लखनऊ। ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विवि में 2020 में हुई नियुक्तियों में चयनित शिक्षकों को कॅरिअर एडवांसमेंट योजना के अंतर्गत प्रोन्नति के लिए अभी और इंतजार करना होगा। शिक्षकों की नियुक्ति संबंधी रोस्टर हाईकोर्ट में विचाराधीन होने के कारण उन्हें यह लाभ फिलहाल नहीं मिल सकेगा। ऐसे में वह जिस पद पर कार्य कर रहे हैं, उसी वेतनमान में उन्हें संतोष करना होगा।
भाषा विवि में 21 दिसंबर को हुई कार्यपरिषद की बैठक में इंजीनियरिंग विभाग में शिक्षक डॉ. रजा हैदरी ने शिक्षकों को प्रोन्नत किए जाने का प्रस्ताव उठाया गया था।
इस संबंध में कुलसचिव महेश कुमार ने कार्यपरिषद को पूरे मामले से अवगत कराते हुए प्रकरण के न्यायालय में विचारधीन होने की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि न्यायालय ने इस संबंध में अभी कोई अंतरिम आदेश पारित नहीं किया है।
हाईकोर्ट में विचाराधीन है नियुक्ति संबंधी रोस्टर
कुलसचिव के तथ्यों पर विचार करते हुए कार्यपरिषद ने प्रोन्नति के संबंध में विधिक अभिमत लेने और वित्तीय व्यय वहन के संबंध में शासन से मार्गदर्शन प्राप्त करने के लिए अनुमोदन किया है। वर्ष 2020 में तत्कालीन कुलपति प्रो. माहरूख मिर्जा के समय में 20 से अधिक शिक्षकों की भर्ती की गई थी। इसमें से कई शिक्षकों के खिलाफ तय अर्हता पूरी न करने पर कार्रवाई भी चुकी है।