यूपी पुलिस आरक्षी भर्ती के मेडिकल में मांगी रिश्वत
मेरठ, । यूपी पुलिस आरक्षी भर्ती प्रक्रिया के दौरान रिश्वत मांगने और वसूली का खुलासा हुआ है। मेरठ पुलिस लाइन में डॉक्टरी और मापतौल के दौरान एक अभ्यर्थी की छाती का माप कम बता दी गई। इसके बाद छाती का रिकार्ड पूरा करने के लिए 50 हजार रुपये की रकम मांगी गई। ड्यूटी पर तैनात सरकारी डॉक्टर ने अभ्यर्थी के पिता को पुलिस लाइन गेट नंबर 3 पर एक कार सवार के पास भेजा था। अभ्यर्थी के पिता ने आरोपी की गाड़ी का फोटो ले लिया। शिकायत के बाद डॉक्टर समेत तीन लोगों पर वसूली का मुकदमा दर्ज किया गया है। डॉक्टर के संबंध में सीएमओ और शासन को रिपोर्ट भेजी गई है।
बागपत के टीकरी निवासी निखिल राठी ने यूपी पुलिस आरक्षी भर्ती में आवेदन किया था। निखिल को मापतौल को 11 जनवरी 2025 को मेरठ पुलिस लाइन में बुलाया था।
यहां मापतौल के दौरान डॉक्टर ने निखिल की छाती का फुलाव कम बता दिया। इसके बाद डॉक्टर ने निखिल से कहा पुलिस लाइन के गेट नंबर 3 पर एक कार खड़ी है और इससे जाकर मिल लो। हालांकि उस समय गाड़ी वहां खड़ी नहीं दिखी। इसके बाद निखित के पिता ने निखिल को सूचना दी कि कार नहीं है। निखिल ने डॉक्टर को बताया कार नहीं मिल रही। डॉक्टर ने निखिल के पिता का नंबर लेकर किसी को व्हाट्सएप पर भेज दिया, जिसके बाद निखिल के पिता के मोबाइल पर एक कॉल आया। निखिल के पिता को कार में बैठाकर बातचीत की गई और 50 हजार रुपये मांगे गए। निखिल के पिता ने कार का फोटो ले लिया। आरोपियों को अंदेशा हो गया और कार लेकर फरार हो गया। बाद में निखिल को बता दिया गया छाती का फुलाव ठीक है। निखिल ने अपील अधिकारी से शिकायत की, जिसके बाद मामला एसएसपी तक पहुंचा। एडीजी ध्रुवकांत ठाकुर और भर्ती अधिकारियों को मामला लखनऊ में बताया गया। अधिकारियों के आदेश पर निखिल से तहरीर ली गई, जिसके बाद मापतौल करने वाले डॉक्टर, कार चालक और जिस मोबाइल नंबर से कॉल आया था, उसके मालिक पर केस दर्ज किया गया है।
वसूली/रंगदारी और उत्तरप्रदेश सार्वजनिक परीक्षा अधिनियम-1998 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
वैगनआर कार में था आरोपी
पुलिस जांच में पता चला है जिस कार में निखिल के पिता को बैठाकर लेनदेन की बात की गई, वह वैगनआर कार थी। जो नंबर इस्तेमाल किया गया, वह आदित्य के नाम पर है। पुलिस की एक टीम को लगाया गया है। पुलिस भर्ती के दौरान सीसीटीवी कैमरों से निगरानी और बढ़ा दी गई है।
पुलिस भर्ती में शामिल अभ्यर्थी द्वारा शिकायत की गई थी। सिविल लाइन थाने में मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है।
– डॉ. विपिन ताडा, एसएसपी मेरठ