आगरा। भावी पीढ़ियों का भविष्य बनाने का दायित्व शिक्षकों पर है। वह अपने ज्ञान और कौशल से बच्चों के कौशल को निखारें। शिक्षक की भूमिका पहले जैसी नहीं रही है। तकनीक ने बदलाव किया है। सूचना देना और शिक्षित करने के बीच बड़ा अंतर होता है। यह अंतर हमें समझना चाहिए। अपनी छवि बनाकर रखें शिक्षक, उन पर बड़ी जिम्मेदारी है।
मंगलवार को मुफीद-ए-आम इंटर कॉलेज में आयोजित उत्तर
प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के राज्य सम्मेलन में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस संदेश के साथ अपने संबोधन की शुरुआत की। बतौर मुख्य अतिथि उन्होंने कहा कि शिक्षक अपने ज्ञान और कौशल से
बच्चों के भविष्य का निर्माण कर सकते हैं। इसीलिए गुरु को कुंभकार और शिष्य को कुंभ कहा गया है। इसके लिए शिक्षकों को अपनी छवि बनाकर रखनी होगी।
उनकी विश्वनीयता पर आंच नहीं आनी चाहिए। विश्वनीयता, प्रतिबद्धता के कारण साख बढ़ती है। धन से ज्यादा महत्व साख और सम्मान का है। शिक्षक होने के नाते आपका समाज के प्रति दायित्व और बढ़ जाता है।