गलन और ठिठुरन से शहरवासियों को अभी राहत नहीं मिलेगी। मौसम विभाग ने गुरुवार सुबह घने कोहरे का अलर्ट जारी किया है। साथ ही शीत दिवस होने की भी संभावना है। लखनऊ में बुधवार को दोपहर तक सूर्य के दर्शन नहीं हुए। इसके बाद कोहरे की ओट में धूप निकली भी तो सर्द हवाओं के कारण ठंड का अहसास कम नहीं हुआ। शाम 4 बजे तक कोहरे के बीच से धूप की आंख मिचौली चलती रही। मौसम विभाग के अनुसार अभी आठ दिन तक गलन और ठिठुरन का सिलसिला जारी रह सकता है। 10 जनवरी तक बर्फीली हवा से अभी राहत नहीं मिलने वाली है।
11 और 12 को पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो जाएगा। इसके असर से बादलों की आवाजाही के बीच बूंदाबांदी या बारिश हो सकती है। दिन का पारा गिरेगा जिससे गलन और बढ़ेगी। पश्चिमी विक्षोभ के गुजर जाने के बाद नमी की वजह से कोहरा छाएगा। अमौसी स्थित मौसम केन्द्र के अनुसार पछुआ की रफ्तार कम होने से कोहरा की संभावना बढ़ी है। गुरुवार को इसी लिए शीत दिवस की स्थिति है।
एम्बुबैग का सहारा
केजीएमयू व लोहिया में वेंटिलेटर बेड भरे होने की दशा में गंभीर मरीजों की जान बचाने के लिए एम्बुबैग से सांसे दी जा रही है। केजीएमयू में 10 से 15 मरीज विभिन्न विभागों में एम्बुबैग के सहारे हैं। लोहिया संस्थान में तीन से अधिक मरीज एम्बुबैग के सहारे हैं।
खराब मौसम की वजह से फ्लाइटें चार घंटे तक लेट
सरोजनीनगर। लखनऊ में विमान संचालन के लिए सुबह का मौसम काफी हद तक सही रहा। लेकिन दोपहर बाद अन्य स्थानों का मौसम खराब होने से आने-जाने वाले विमानों की लेट लतीफी शुरू हो गई। एयरपोर्ट सूत्रों ने बताया कि मौसम खराब होने के कारण किशनगढ़ से आने वाला स्टार एयर का विमान (एस 5222) करीब 4 घंटे 10 मिनट देरी से लखनऊ पहुंच सका। वहीं लखनऊ से पुणे जाने वाला एयर इंडिया एक्सप्रेस का विमान (आईएक्स 1118) पांच घंटे बाद उड़ान भर सका।
दोपहर में निकली धूप
हल्की धूप ने दिन का तापमान थोड़ा बढ़ाया। बुधवार को अधिकतम तापमान 17.1 डिग्री दर्ज किया गया जबकि मंगलवार को 13.6 डिग्री था। वहीं न्यूनतम तापमान 10.6 डिग्री सेल्सियस रहा।
90 आईसीयू बेड भरे
बलरामपुर के 40 व लोकबंधु अस्पताल के 90 से 95 प्रतिशत आईसीयू-वेंटिलेटर बेड भरे हैं। प्रवक्ता डॉ. भुवन चन्द्र तिवारी ने बताया कि गंभीर मरीजों को प्राथमिकता के आधार पर बेड मुहैया कराया जा रहा है।