कानपुरः उत्तर प्रदेश के कानपुर में महिला शिक्षक पर सरकारी नौकरी के बाद पति को छोड़ने के आरोप लगे हैं। पति ने आरोप लगाया था कि सरकारी नौकरी लगने के बाद उसकी पत्नी ने न सिर्फ उसे छोड़ दिया बल्कि उससे एक करोड़ रुपये की मांग की है। इस घटना के बाद लोगों को ज्योति मौर्या केस याद गया, जिसमें मौर्या पर सरकारी नौकरी लगने के बाद अपने पति को छोड़ देने के आरोप लगे थे। हालांकि, इस मामले में अब आरोपी महिला सामने आई है और अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को सिरे से नकार दिया है।
दरअसल, कानपुर के नौबस्ता इलाके के बजरंग भदौरिया नाम के शख्स ने आरोप लगाया था कि उसकी पत्नी लक्षिता उसके साथ रहना नहीं चाहती क्योंकि उसकी सरकारी नौकरी लग गई है। इस पर अब लक्षिता ने सफाई दी है। लक्षिता ने कहा कि वो ज्योति मौर्या नहीं है और उन्होंने अपने पति को कभी नहीं छोड़ा। लक्षिता ने कहा कि अपने पति बजरंग के साथ रहने के लिए वह सरकारी नौकरी भी छोड़ने को तैयार है लेकिन बजरंग उसे अपने साथ नहीं रखना चाहता है।
लक्षिता ने बताया कि बजरंग से उनकी शादी साल 2023 में हुई थी। सिर्फ 8 महीने ही वह बजरंग के साथ उनके घर में रही। उन्होंने आरोप लगाया कि इसके बाद बजरंग ने उससे दूरियां बनानी शुरू कर दीं। बजरंग ने ये भी नहीं बताया था कि उसका कानपुर में भी कोई घर है। लक्षिता ने कहा कि मैंने बजरंग को छोड़ा नहीं है। वो गलत बोल रहे हैं बल्कि उन्होंने मुझे छोड़ रखा है।