सुलतानपुर। महिला शिक्षका से अभद्रता के आरोप में बीएसए ने प्रधानाध्यापक को निलंबित कर जांच के आदेश दिए है। निलंबन की अवधि में आरोपी को मोतिगरपुर बीआरसी से सम्बद्ध कर दिया गया है। जांच खंड शिक्षाधिकारी मोतिगरपुर को सौंपी गई है। उनसे 15 दिन में जांच रिपोर्ट मांगी गई है।
कुड़वार ब्लॉक अंतर्गत एक प्राइमरी स्कूल में जौनपुर के बदलापुर थानाक्षेत्र के दुगौली खुर्द बदलापुर (वर्तमान में पयागीपुर कोतवाली नगर) निवासी अजीत सिंह पुत्र हवलदार सिंह प्रधानाध्यापक हैं। उन पर उन्हीं के विद्यालय की एक सहायक महिला शिक्षिका ने छेड़खानी का आरोप लगाया है। सरकारी स्कूल की देखरेख कर रहे ग्राम प्रधान ने पत्र के माध्यम से बीएसए उपेंद्र गुप्ता को इसकी जानकारी दी।
इसको संज्ञान में लेकर बीएसए ने बुधवार को अजीत सिंह को निलंबित कर एबीएसए मोतिगरपुर को जांच
■ निलंबन की अवधि में आरोपी मोतिगरपुर बीआरसी से सम्बद्ध ■ जांच अधिकारी बीईओ मोतिगरपुर से 15 दिन
में जांच रिपोर्ट मांगी
अधिकारी नियुक्त कर रिपोर्ट तलब की है। कोतवाली नगर के एक मोहल्ले की रहने वाली शिक्षिका का 22 सितंबर 2023 से उस स्कूल में कार्यरत है। आरोप है कि 25 नवंबर 2024 को लंच से पहले वो एनएटी परीक्षा का कार्य कर रही थी। तभी वहां प्रधानाध्यापक अजीत सिंह पहुंचे और अभद्रता की। विरोध करने पर फर्जी मुकदमे में फंसाने की धमकी दी।
23 दिसंबर को शिक्षिका ने 1076 पर इसकी शिकायत दर्ज कराई थी। इस पर 27 दिसंबर को कुड़वार थाने के सिपाही ने फोन पर जानकारी ली। पुलिस
द्वारा 30 दिसंबर को आईजीआरएस पर रिपोर्ट लगाने के अगले दिन सिपाही स्कूल बयान दर्ज करने पहुंचे। आरोप है कि पुलिस ने आरोपी के पक्ष में रिपोर्ट लगा दी। उसने 31 दिसंबर को ही फिर थाने पर शिकायत की, लेकिन कार्रवाई के बजाय मैनेज करने की कोशिश की गई। फिर एसपी से शिकायत की।
बीएसए ने बताया कि खंड शिक्षा अधिकारी कुडवार से जांच कराने के बाद प्रथम दृष्टि में जांच में दोषी प्रधानाध्यापक अजीत सिंह को निलंबित कर दिया गया है। अजीत प्रताप के खिलाफ शिकायतकर्ता से जबरन गुमराह करके हस्ताक्षर करवाने, अभद्र व्यवहार करने, सहायक अध्यापिका की पीठ थपथपाने के साथ बाल पकड़कर खींचने का आरोप है। आरोपी शिक्षक ने जांच अधिकारी बीईओ कुड़वार की उपेक्षा करते हुए उन्हें स्पष्टीकरण न देकर सीधे बीएसए कार्यालय में स्पष्टीकरण देने पर भी जवाब मांगा गया है।