नई दिल्ली। मेडिकल कॉलेजों में शिक्षकों की नियुक्ति के लिए नए नियम बनाए गए हैं। राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) ने शिक्षक पात्रता योग्यता के लिए नए दिशा-निर्देशों का एक मसौदा भी जारी किया जिसमें डिप्लोमा धारक को भी मेडिकल कॉलेजों में शिक्षक बनाने का प्रस्ताव है। हालांकि इसके लिए बतौर सीनियर रेजिडेंट का अनुभव होना जरूरी है, लेकिन एनएमसी के इस मसौदे पर डॉक्टरों में काफी नाराजगी है।
मसौदे पर आपत्ति जताते हुए यूनाइटेड डॉक्टर्स फ्रंट के अध्यक्ष डॉ. लक्ष्य मित्तल ने कहा कि यह मसौदा चिकित्सा शिक्षा की नींव को कमजोर कर रहा है। इसका सीधा असर हमारे
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