सीतापुर। वैसे तो एक प्राथमिक विद्यालय में दो शिक्षामित्रों को नियमतः संबद्ध किया जाता है लेकिन जिले में कहीं तीन-तीन और कहीं तो पांच शिक्षामित्र तक एक ही स्कूल में जमे हुए हैं। नियमों को ताक पर रखकर शिक्षामित्रों को पसंदीदा स्कूल में भी पोस्टिंग दी जा रही है। शिकायत पर अपर राज्य परियोजना निदेशक एकता सिंह ने बीएसए को पत्र लिखकर एक सप्ताह में जांच रिपोर्ट तलब की।
रेउसा विकास खंड के प्राथमिक विद्यालय रेउसा प्रथम में नियम विरुद्ध तरीके से पांच शिक्षामित्रों की तैनाती की शिकायत हुई है। इसी तरह प्राथमिक विद्यालय रेउसा सेकेंड में तीन शिक्षामित्रों को नियम विरुद्ध ढंग से तैनाती दे दी गई। शिकायतकर्ता रामरतन ने कंपोजिट प्राथमिक विद्यालय मगदापुर 1, कंपोजिट प्राथमिक विद्यालय सालपुर, उच्च प्राथमिक विद्यालय चिरैया, उच्च प्राथमिक विद्यालय ग्वारी, कंपोजिट उच्च प्राथमिक विद्यालय जमौली, कंपोजिट उच्च प्राथमिक विद्यालय मेहडी छोलाहा, प्राथमिक विद्यालय भिटौली, प्राथमिक विद्यालय हलीमनगर, प्राथमिक
जिले के परिषदीय विद्यालयों में शिक्षमित्रों की तैनाती में गड़बड़ी की तलब की गई रिपोर्ट
मामले की होगी जांच
यह वर्ष 2018 का प्रकरण है और तब मेरा कार्यकाल नहीं था।
शासनादेश व संबद्धता आदेश को दिखवा रहे हैं। पूरे मामले की गहनता से जांच कर रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजी जाएगी।
अखिलेश प्रताप सिंह, बीएसए
विद्यालय जगदीशपुर हजरिया, प्राथमिक विद्यालय क्योटाना, प्राथमिक विद्यालय पकौरी, प्राथमिक विद्यालय रमुवापुर कालिका सिंह और प्राथमिक विद्यालय सेवता में भी गड़बड़ी का आरोप लगाया है।
यह है नियम ? : अपर राज्य परियोजना
निदेशक के पत्र के अनुसार शिक्षामित्रों की तैनाती के लिए वर्ष 2006 में 23 अगस्त को एक व्यवस्था निर्धारित की गई। एक प्राथमिक विद्यालय में दो शिक्षामित्रों को संबद्ध किया जाता है।