कैबिनेट के अनुमोदन से पूर्व ही सहायक लेखा परीक्षा अधिकारी के पद पर करीब 150 कार्मिकों की पदोन्नति करने के मामले में शासन ने बुधवार को निदेशक सहकारी समितियां एवं लेखा परीक्षा पद्म जंग को निलंबित कर दिया। इन्हें कार्यालय निदेशक कोषागार जवाहर भवन से संबद्ध किया गया है। शासन ने निदेशक द्वारा किए गए पदोन्नति व तैनाती के आदेश को शून्य कर दिया है।
निलंबन का आदेश वित्त विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार ने जारी किया है। निदेशक पद्म जंग पर आरोप है कि उन्होंने शासन के आदेशों का उल्लंघन किया है।
इन्होंने उत्तर प्रदेश अधीनस्थ लेखा परीक्षा सेवा नियमावली में कार्मिकों के पदों की संख्या व्यवस्थित किए जाने की कार्यवाही पूरी होने से पूर्व ही करीब 150 ज्येष्ठ लेखा परीक्षकों को सहायक लेखा परीक्षा अधिकारी के पद पर पदोन्नति का आदेश जारी कर दिया।
पदोन्नति व तैनाती में निदेशक ने की मनमानी
सेवा संवर्ग के पुनर्गठन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद इसे कैबिनेट के समक्ष अनुमोदन के लिए भी रखा जाना है। निदेशक ने शासनादेश की मनमानी व्याख्या करते हुए अपने स्तर से ही सहायक लेखा परीक्षा अधिकारी के पदों में हुई वृद्धि के सापेक्ष पदोन्नति करने का काम किया। निदेशक पर एक सेवानिवृत्त अधिकारी के वेतन आदि का भुगतान शासन की अनुमति के बगैर किए जाने का मामला भी प्रक्रियाधीन है।