लखनऊ : पारयदीत्ययामक उक स्कूलों में द्वितीय सत्र की परीक्षा 25 जनवरी से शुरू होगी और 30 जनवरी तक चलेगी। यह टेस्ट 10-10 अंकों का लिया जाएगा। परीक्षा की कापियां अभिभावकों को दिखाई जाएंगी। दिसंबर तक पढ़ाए गए पाठ्यक्रम के आधार पर यह परीक्षा ली जाएगी। 1.33 लाख स्कूलों के 1.54 करोड़ विद्यार्थियों परीक्षा देंगे।
बेसिक शिक्षा निदेशक प्रताप सिंह बघेल की ओर से द्वितीय सत्र की परीक्षा पूरी सख्ती के साथ विद्यालयों में आयोजित करने के निर्देश दिए गए हैं। परिषदीय विद्यालयों में बीते तीन महीने में यह तीसरी परीक्षा होगी। नवंबर अंतिम सप्ताह से दिसंबर अंतिम सप्ताह तक प्रथम सत्रीय परीक्षा आयोजित की गई थी। यह देर से हुई जिसके कारण अब आगे का परीक्षा कार्यक्रम गड़बड़ा गया है। दिसंबर में ही तीसरे सप्ताह में अर्द्धवार्षिक परीक्षाएं शुरू हुईं जो कि 28 दिसंबर तक चलीं। 31 दिसंबर से 14 जनवरी तक परिषदीय स्कूलों में शीतकालीन अवकाश था। अब 25 जनवरी से द्वितीय सत्रीय परीक्षाएं शुरू होंगी।
दिसंबर तक पढ़ाए गए पाठ्यक्रम के आधार पर छात्र अर्द्धवार्षिक परीक्षा दे चुके हैं। वहीं अब इस सत्रीय परीक्षा में भी दिसंबर तक का कोर्स पूछे जाने के निर्देश दिए गए हैं। ऐसे में तीन महीने के भीतर यह तीसरी परीक्षा होगी।
उप्र बीटीसी शिक्षक संघ के अध्यक्ष अनिल यादव का कहना है कि सभी विषयों में 10-10 अंकों की दो सत्रीय परीक्षाएं, 30-30 अंकों की अर्द्ध वार्षिक परीक्षा और 50-50 अंकों की वार्षिक परीक्षा मार्च में होती हैं। ऐसे में साल भर में प्रत्येक विषय में कुल 100 अंकों में मूल्यांकन होता है। उनका कहना है कि एक एक के बाद एक परीक्षा होगी तो कोर्स कैसे पूरा होगा।