लखनऊ। सैरपुर में रामेश्वरम कॉलेज में परीक्षा देने पहुंचे मदेयगंज के खदरा निवासी बीटेक छात्र आयुष दीक्षित को मैकेनिक्स के शिक्षक मृत्युंजय प्रताप सिंह ने फीस न जमा होने पर कई थप्पड़ जड़ दिए। मामले में बात करने कॉलेज गए छात्र के पिता व उनके साथी को मुख्य आरोपी व अन्य शिक्षकों ने बंधक बनाकर पीटा। सैरपुर पुलिस ने शुक्रवार को मुख्य आरोपी समेत कई शिक्षकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
सुनील दीक्षित के मुताबिक 23 जनवरी को बेटा आयुष परीक्षा देने कॉलेज गया था। शिक्षक ने नो ड्यूज पर डायरेक्टर के हस्ताक्षर करवाने के बाद ही परीक्षा में बैठने की बात कही। बेटा निदेशक श्याम सुंदर राय से हस्ताक्षर कराकर दोबारा पहुंचा तो शिक्षक ने देरी होने के बात कहकर गाली दे दी। विरोध पर उसे दस थप्पड़ जड़ दिए। परीक्षा के बाद घर पहुंचकर बेटे ने आपबीती बताई।
सुनील के अनुसार, इलाज के बाद
शुक्रवार को जब वह बेटे व अपने साथी के साथ बात करने कॉलेज गए। आरोप है कि मृत्युंजय ने आयुष के प्राइवेट पार्ट पर जोर से लात मार दी। विरोध पर आरोपी व अन्य शिक्षकों ने उन्हें व उनके साथी को भी पीट दिया।
पुलिस ने छुड़ाया तीनों को
सुनील के अनुसार, किसी तरह बचकर वह निदेशक से बात करने के लिए जाने लगे तो मृत्युंजय ने उन्हें व आयुष को बंधक बना लिया। उनके साथी को दूसरे कमरे में बंद कर दिया। किसी तरह उन्होंने डायल 112 पर सूचना दी। कुछ देर में पहुंची पुलिस ने तीनों को मुक्त कराया। सुनील का आरोप है कि उन्होंने बेटे की एडवांस फीस भरी थी। फिर भी उसे पीटा गया। थाना प्रभारी मनोज कुमार कोरी ने बताया है कि एफआईआर दर्ज कर घटना की जांच कर रही है। आरोपियों से पूछताछ की जाएगी। वहीं, रामेश्वरम कॉलेज के रजिस्ट्रार के मुताबिक उन्हें घटना का संज्ञान नहीं है।