प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को संसद के बजट सत्र के शुरू होने पर अपने पारंपरिक संदेश में कहा है कि देश के हर गरीब एवं मध्यम वर्ग पर मां लक्ष्मी की विशेष कृपा रहे। प्रधानमंत्री ने कहा कि विकसित भारत के लक्ष्य को हासिल करने में संसद का यह बजट सत्र देशवासियों में एक नया विश्वास पैदा करेगा और उन्हें नई ऊर्जा देगा। वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण शनिवार को लगातार आठवां बजट पेश करेंगी।
प्रधानमंत्री ने संसद के बजट सत्र के पहले दिन मीडिया के सामने पारंपरिक संबोधन की शुरुआत समृद्धि की देवी मां लक्ष्मी को प्रणाम करके की। बजट सत्र का उल्लेख करते हुए कहा कि ऐसे अवसर पर सदियों से मां लक्ष्मी का पुण्य स्मरण किया जाता है। मां लक्ष्मी हमें सिद्धि और विवेक देती हैं। समृद्धि और कल्याण भी देती हैं।
वह प्रार्थना करते हैं कि देश के हर गरीब एवं मध्यम वर्गीय समुदाय पर मां लक्ष्मी की विशेष कृपा रहे। नवोन्मेष, समावेशिता और निवेश को देश की आर्थिक गतिविधि के रोडमैप का आधार करार देते हुए मोदी ने कहा कि इस सत्र में हमेशा की तरह कई ऐतिहासिक विधेयकों पर चर्चा होगी। व्यापक मंथन के साथ वे राष्ट्र की ताकत बढ़ाने वाले कानून बनेंगे। उन्होंने कहा कि यह उनके तीसरे कार्यकाल का पहला पूर्ण बजट है। उन्होंने कहा कि वह विश्वास से कह सकते हैं कि 2047 में जब आजादी के 100 साल पूरे होंगे, तब तक विकसित भारत का जो संकल्प देश ने लिया है, यह बजट सत्र और बजट नया विश्वास और ऊर्जा का संचार करेगा। उन्होंने कहा कि आशा करते हैं कि वह देश की आशाओं-आकांक्षाओं पर इस बजट सत्र में खरे उतरेंगे। धार्मिक और सांप्रदायिक मतभेदों से मुक्त महिलाओं के लिए समान अधिकार के महत्व पर कहा कि इस लक्ष्य की दिशा में महत्वपूर्ण निर्णय बजट सत्र में लिए जाएंगे।
सदन में युवा सांसदों के योगदान को अहम बताया
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज जो हमारे किशोर हैं, हमारी युवा पीढ़ी है, उनके लिए ये बहुत बड़ा तोहफा बनने वाली है। उन्होंने भरोसा जताया कि सत्र के दौरान हर सांसद, विशेषकर युवा विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने में अपना योगदान देंगे।
कहा, पहली बार विदेश से भड़काने का प्रयास नहीं
मोदी ने विपक्ष पर कटाक्ष कर कहा, वह वर्ष 2014 से देख रहे हैं कि हर सत्र से पहले शरारत के लिए लोग तैयार बैठते थे और यहां उन्हें हवा देने वालों की कमी नहीं है। मैं 10 साल बाद पहला सत्र देख रहा हूं, जिसमें किसी भी विदेशी कोने से चिंगारी नहीं भड़काई गई।
आर्थिक सर्वे रोजगार बढ़ेगा, नियंत्रण में महंगाई
नई दिल्ली, विसं। आगामी वित्तीय वर्ष में महंगाई नियंत्रण में रहेगी और देश की आर्थिक विकास दर 6.3 से 6.8 फीसदी के बीच रहने का अनुमान है। शुक्रवार को बजट सत्र के पहले दिन वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट पेश की। कहा गया कि अनिश्चिताओं, चुनौतियों के बावजूद भारत में निरंतर आर्थिक विकास हो रहा है। चालू वित्तीय में वास्तविक जीडीपी वृद्धि 6.4 के आसपास रहेगी।