हरदोई, । मध्यान्ह भोजन योजना में चहेती फर्मों से बर्तन खरीदने के लिए खंड शिक्षा अधिकारियों द्वारा प्रधानाध्यापकों पर दबाव बनाने के मामले की जांच एक बार फिर से होगी। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने जिलाधिकारी को प्रकरण की जांच कर आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
राज्यपाल के विशेष सचिव श्रीप्रकाश गुप्ता ने जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह को मध्यान्ह भोजन योजना के बर्तन एवं किचन गार्डन किट क्रय करने में चहेती फर्मों को प्रधानाध्यापकों से जबरन चेक लेने के मामले की जांच करवाने को कहा है। खंड शिक्षा अधिकारियों द्वारा शिक्षकों पर दबाव बनाने के मामले की जांच करवाने के साथ ही कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए हैं। प्रकरण में राज्यपाल को आजाद नगर निवासी विनीत वर्मा के शिकायती पत्र में जय मां दुर्गा क्रॉकरी, दिविशा इंटरप्राइजेज, शिवा इंटरप्राइजेज, प्रखर इंटरप्राइजेज, अनन्या इंटरप्राइजेज के नाम से चेक कटवाने में शाहाबाद, बावन, सुरसा, हरियावां, अहिरोरी, टोंडरपुर विकास खंडों के खंड शिक्षा अधिकारियों की भूमिका की जांच करने के भी निर्देश दिए गए हैं।
जनप्रतिनिधि भी जता चुके हैं नाराजगी
परिषदीय स्कूलों में मिडडेमील बनाने के लिए नए बर्तन खरीदने के लिए स्कूलों को बजट दिया गया है। शिक्षकों को जिम्मेदारी दी गई है कि व गुणवत्तायुक्त बर्तन खरीदें। इस बजट को कुछ खंड शिक्षा अधिकारियों और ठेकेदारों ने कमाई का जरिया बना लिया। चहेती फर्मों के जरिया गुणवत्ताहीन बर्तनों की आपूर्ति शुरू करा दी। शिक्षकों ने एतराज किया तो उन्हें धमकाया। शिक्षक संगठनों ने भी जांच कर कार्रवाई की मांग की। सांसदों, विधायक समेत अन्य जनप्रतिनिधियों ने भी नाराजगी जताई थी।