प्रयागराज परिषदीय प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों में शिक्षक बनने के लिए अनिवार्य अर्हता डिप्लोमा इन एलिमेंटरी एजुकेशन (डीएलएड या पूर्व में बीटीसी) प्रशिक्षण के लिए पहली बार हिंदी विषय की अधिकृत पुस्तक लिखी गई है। राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) लखनऊ के निर्देशन में राज्य हिंदी संस्थान वाराणसी ने डीएलएड के हिंदी पाठ्यक्रम के चारों सेमेस्टर पर आधारित प्रशिक्षण संदर्भ सामग्री का विकास किया है।

डीएलएड के अलग-अलग सेमेस्टर में सात से आठ विषयों की पढ़ाई होती
हजार संस्थानों के 03 राय अस्था लाम मिलेगा प्रदेशभर के
■ चारों सेमेस्टर के लिए विशेषज्ञों ने बनाई प्रमाणिक पुस्तक
■ डीएलएड पाठ्यक्रम पर आधारित हिंदी में किताबें तैयार
है लेकिन अब तक किसी भी विषय की प्रामाणिक पाठ्यपुस्तक उपलब्ध नहीं है। हिंदी विषय की पुस्तक तैयार होने से प्रदेशभर के तकरीबन तीन हजार सरकारी और निजी प्रशिक्षण संस्थानों
में प्रशिक्षण लेने वाले लाखों प्रशिक्षुओं को फायदा होगा। अब तक प्रशिक्षु केवल गाइड या अनाधिकृत प्रकाशकों की किताबों आदि से ही पढ़ते थे। इनमें बहुत त्रुटियां होती थी।
जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) में प्रवक्ता और लेखक मंडल में शामिल डॉ. प्रसून कुमार सिंह ने बताया कि इस पुस्तक में पाठ्यक्रम के अतिरिक्त प्रशिक्षण संप्राप्ति, गतिविधियां, व्याकरण को याद करने की कई युक्तियां, मॉडल प्रश्नपत्र, पाठ तथा शिक्षण योजना बनाने की विधि को शामिल किया गया है। पाठ्यपुस्तक के विकास में लगभग 10 कार्यशालाओं का आयोजन किया गया।