प्रयागराज। उत्तर प्रदेश के विभिन्न राजकीय महाविद्यालयों में संबद्ध किए गए प्रवक्ताओं को अपने मूल तैनाती वाले राजकीय महाविद्यालयों में लौटना होगा। उच्च शिक्षा निदेशालय ने प्रवक्ताओं की संबद्धता समाप्त कर दी है। इनको विभिन्न कारणों से संबद्ध किया गया था।
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दअरसल, जिन प्रवक्ताओं ने बीमारी, पारिवारिक समस्याओं का हवाला देते हुए दूसरे राजकीय महाविद्यालयों में संबद्ध किए जाने के लिए आवेदन किए थे। उनके आवेदनों पर विचार करने के बाद उनमें से कई को दूसरे महाविद्यालयों में संबद्ध कर दिया गया था। सूत्रों का कहना है कि तबादले
विभिन्न कारणों से किए गए थे संबद्ध वापसी पर कोई यात्रा भत्ता नहीं
की प्रक्रिया से इतर उचित कारणों के आधार पर संबद्धता प्रदान की जा सकती है।
कुछ लोगों ने शासन में शिकायत की थी कि कई प्रवक्ताओं ने बिना किसी उचित कारण के अफसरों से साठगांठ कर दूसरे महाविद्यालयों से अपनी संबद्धता करा ली। मामला शासन तक पहुंचा तो उच्च अधिकारियों के निर्देश पर प्रदेशभर में संबद्ध किए गए सभी प्रवक्ताओं की संबद्धता को तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दिया गया। ब्यूरो