उरई। शासन की सख्ती के बाद अपार आईडी बनाने में लापरवाही बरतने वाले नौ खंड शिक्षा अधिकारियों और 60 स्कूलों के प्रधानाध्यापक समेत पूरे स्टाफ का वेतन रोकने पर शिक्षक संगठन एकजुट हो गए। सोमवार को संयुक्त शिक्षक संघर्ष मोर्चा के बैनर तले शिक्षकों ने बीएसए कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर नारेबाजी की। बीएसए ने प्रतिनिधिमंडल से वार्ता की।
जनपद के शिक्षक संगठन उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ, राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ, जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ, महिला शिक्षक संघ, एसएसटी शिक्षक संघ, अटेवा पेंशन मंच, यूटा, शिक्षामित्र संघ व अनुदेशक संघ से जुड़े कार्यकर्ताओं ने एक साथ मिलकर छात्रों की अपार आईडी जनरेट करने में आ रही समस्याओं को नजरअंदाज कर बीएसए द्वारा शिक्षकों के वेतन रोकने के आदेश के विरोध में नाराजगी जताई।
शिक्षक रामराजा द्विवेदी, प्रदीप चौहान, ठाकुरदास यादव, धर्मेंद्र चौहान, आफताब आलम, इलियास मंसूरी,आलोक पाठक, विशाल रावत, व्यंजना सिंह, रामप्रकाश गौतम, अजय निरंजन, अशोक तिवारी, इंद्रजीत विश्कर्मा, प्रभाकर दुबे, बृजेश श्रीवास्तव, प्रतापभानु यादव, वंदना श्रीवास्तव ,संगीता सिंह, सुनील निरंजन, अजय भदौरिया आदि शिक्षकों ने ज्ञापन देकर बीएसए को बताया कि आधारकार्ड का डाटा भिन्न होने से भी अपार आईडी बनाने में दिक्कत हो रही है।
यही नहीं कई अभिभावकों ने अभी तक सहमतिपत्र नहीं दिया है। नया कार्ड जनरेट होने में समय लगता है। कई ऐसे छात्र-छात्राएं है, जो दूसरे विद्यालय में यू डायस पर प्रदर्शित हो रहे है। ऐसे में अपार आईडी बनाने में तकनीकी दिक्कतें है। पहले उनका निराकरण किया जाए। एकतरफा निर्णय का विरोध किया जाएगा। शिक्षकों से वार्ता के बाद बीएसए चंद्रप्रकाश ने वेतन रोकने संबंधी आदेश को वापस लेने के लिए सहमति जाहिर की।