लखनऊ। प्रदेश का मौसम आने वाले दो दिनों में बदलने के संकेत हैं। मौसम विभाग के अनुसार 27 फरवरी से अगले तीन दिनों तक पश्चिमी व पूर्वी यूपी के जिलों में हल्की बारिश होने की प्रदेश के ज्यादातर संभावना है। जिलों में तापमान मंगलवार को ज्यादातर जिलों हुआ कम के अधिकतम व न्यूनतम तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है। इससे मौसम साफ बना हुआ है। बुधवार को भी इसी तरह का मौसम रहने का अनुमान है।
सुबह व शाम हल्की ठंडक के साथ दिन में लोगों को गर्मी का अहसास हो रहा है। लखनऊ और आसपास के इलाकों में बुधवार को भी आसमान साफ रहेगा। अधिकतम और न्यूनतम तापमान में बदलाव हो सकता है। आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के
मुताबिक 27 फरवरी से पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मौसम में बदलाव की संभावना है। 28 फरवरी व एक मार्च को पूर्वी यूपी में भी गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने के आसार हैं। इससे तापमान में गिरावट आ सकती है। प्रदेश के पश्चिमी हिस्सों में कोहरा छाए रहने की भी संभावना है।
झांसी सबसे गर्म
मौसम विभाग के अनुसार मंगलवार को सबसे ज्यादा अधिकतम तापमान झांसी में 31.6 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। वहीं बस्ती में भी 30.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसी तरह बहराइच में 29.2, प्रयागराज में 28.8, लखनऊ में 28.3, हमीरपुर में 29.6, वाराणसी में 29.3, आगरा में 28.5, गोरखपुर में 28.3, कानपुर में 28.8 डिग्री सेल्सियस रहा। बरेली में सबसे कम अधिकतम तापमान 21.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।
फरवरी में लगातार आ रहे पश्चिमी विक्षोभों में नया विक्षोभ उत्तरी ईरान और उत्तरी पाकिस्तान से आ रहा है। इससे पहाड़ों पर अधिक बर्फबारी और बारिश होगी। इसका असर मैदानों पर भी पड़ेगा। मार्च का पहला सप्ताह सर्द रहेगा। कानपुर में सोमवार की रात मुरादाबाद और बिजनौर के बाद सबसे सर्द रही।

नया पश्चिमी विक्षोभ मंगलवार (25 फरवरी) को सक्रिय होगा जिससे 26 के बाद पहाड़ी क्षेत्रों में भारी बर्फबारी और बारिश होने की संभावना है। वर्तमान में उत्तरी पाकिस्तान और उत्तरी ईरान के ऊपर स्थित है जो सशक्त माना जा रहा है। इसका असर केवल पहाड़ी राज्यों तक नहीं बल्कि मैदानी इलाकों पर भी आएगा।
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि उत्तरी ईरान व उत्तरी पाकिस्तान से उठे विक्षोभ के कारण पहाड़ों की पूरी बेल्ट में लगातार दो-तीन दिन भारी बर्फबारी व बारिश होनी है। इसका असर यूपी समेत पंजाब और हरियाणा पर बारिश के रूप में आएगा। कहीं-कहीं ओलावृष्टि भी संभव है। इससे पहले आए पश्चिमी विक्षोभ के गुजरने के बाद मैदानों में सर्द हवाएं चलने लगीं। हवा की रफ्तार कम होने से दिन में व्यापक असर नहीं पड़ा लेकिन रात के तापमान गिर गए।
सात फरवरी को कानपुर में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री रहा था। अब 24 फरवरी को न्यूनतम पारा 10 डिग्री पर पहुंचा है। यह सामान्य से कम रहा। प्रदेश के दो जनपदों में पारा 10 के नीचे चला गया। पूर्व में आए विक्षोभ के कारण ही दिन का तापमान 27.4 डिग्री रहा। शनिवार के मुकाबले इसमें मामूली वृद्धि हुई। हवा की रफ्तार औसतन 3.9 किमी प्रति घंटा रही। अगर हवा की रफ्तार अधिक होती तो दिन में भी अच्छी सर्दी का अहसास हो सकता था।
अधिकतम पारा सामान्य से 02.3 डिग्री अधिक रहा। बुधवार को अपेक्षित नए विक्षोभ के कारण एक बार फिर मैदानी इलाकों में अधिकतम और न्यूनतम तापमान में मामूली वृद्धि हो सकती है। दो से तीन दिनों तक यह ट्रेंड बना रहेगा। यदि उत्तर पश्चिमी तेज हवाएं बनी रहीं तो रात में सर्दी का अहसास अधिक होगा। नए विक्षोभ से मार्च के प्रथम सप्ताह में मौसम सामान्य रहने की संभावना है।
मौसम विशेषज्ञ, डॉ. एसएन सुनील पांडेय ने कहा कि 27 और 28 फरवरी के अलावा 01 और 02 मार्च को भी बादल रहेंगे। इस दौरान हल्की बारिश की संभावना बन सकती है। यह विक्षोभ के विस्तार पर निर्भर करेगा। इसके बाद फिर ठंडी हवाएं चलेंगी। इस बार बर्फबारी की अधिक उम्मीद है जिससे तापमान में गिरावट आ सकती है।