लखनऊ, यूपी को हाल में पेश बजट में केंद्रीय करों में राज्य के हिस्से के तौर पर 38 हजार करोड़ रुपये और मिलेंगे। राज्य को 230854.26 करोड़ रुपये मिलना है।192696.91 करोड़ रुपये मिल गए हैं।
उत्तर प्रदेश के वित्तमंत्री सुरेश खन्ना ने मंगलवार को प्रेस कांफ्रेंस कर यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बजट में राज्य को स्पेशल असिस्टेंस फार स्टेट के तहत 50 साल के लिए ब्याज रहित ऋण के रूप में 1.50 लाख करोड़ रुपये तय किया गया है। इस मद में पैसा इन्फ्रास्ट्रक्चर विकसित करने के लिए दिया जाता है। अभी तक इस मद में इस साल जनवरी तक 10795.16 करोड़ मिल चुके हैं। सुरेश खन्ना ने केंद्रीय बजट को आर्थिक स्थिति को मजबूत करने वाला बजट बताया। कहा कि इसमें मध्यम वर्ग पर विशेष फोकस है। 12 लाख रुपये तक की आय पर टैक्स को माफ कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि इससे क्रय शक्ति क्षमता बढ़ेगी, जिससे कि न सिर्फ मिलों का पहिया चलेगा बल्कि रोजगार के मौके भी बढ़ेंगे।
खजाने में 13821 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी
यूपी के खजाने में इस बार 13821 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हुई है। सबसे ज्यादा खजाना जीएसीटी के जरिए भरा है। इस मद में 68 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की आमदनी हुई है। सुरेश खन्ना ने बताया कि प्रदेश के मुख्य कर-करेत्तर राजस्व वाले मदों में वित्तीय वर्ष 2024-25 के जनवरी में कुल 17425.94 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ।
आबकारी वसूली में आई कमी
वित्त मंत्री ने बताया कि आबकारी मद में इस साल जनवरी में कुल 3356.26 करोड़ रुपये मिले जबकि पिछले साल जनवरी में 4968.02 करोड़ रुपये की आमदनी हुई थी। यह कमी 2025-26 की आबकारी नीति घोषित नहीं होने के कारण कमी दिख रही है।