शाहजहांपुर, जिले में परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों के अवकाश पर रहते हुए अनुपस्थित दिखाकर निलंबित करने पर शिक्षकों में आक्रोश है। नाराज प्राथमिक शिक्षक संघ के पदाधिकारियों ने कई शिक्षकों के मामले को मुख्यमंत्री से शिकायत की है। नाराज शिक्षकों ने मुख्यमंत्री को भेजे गए पत्र में बताया कि बीएसए दिव्या गुप्ता ने महानिदेशक स्कूली शिक्षा के आदेशों की अवहेलना करते हुए बिना स्पष्टीकरण मांगे वेतन रोकने एवं कटौती जैसे उत्पीड़नात्मक आदेश जारी किए हैं। जिससे जनपद के शिक्षकों में आक्रोश व्याप्त है।
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शिक्षक संघ ने मुख्यमंत्री से जांच कर कार्रवाई की मांग की है। जिला मीडिया प्रभारी एवं ब्लॉक अध्यक्ष भावलखेड़ा राजकुमार तिवारी ने बताया कि महानिदेशक स्कूली शिक्षा के आदेशों की अवहेलना करते हुए, प्रशिक्षण एवं स्वीकृत अवकाश पर रहे शिक्षकों के खिलाफ अनुचित कार्रवाई की जा रही है। दिसंबर सन 2024 से परिषदीय प्राथमिक, उच्च प्राथमिक एवं कंपोजिट विद्यालयों के निरीक्षण के दौरान विधिवत पूर्व से स्वीकृत अवकाश या विभागीय आदेशानुसार प्रशिक्षण आदि में शिक्षकों के रहते लगभग दो माह बाद, 25 जनवरी 2025 को शिक्षक शिक्षिकाओं को अनियमित रूप से अनुपस्थित दिखाकर बिना स्पष्टीकरण मांगे शिक्षकों के वेतन पर रोक या कटौती के आदेश जारी कर दिए गए।
इन शिक्षकों पर की गई कार्रवाई
भावलखेडा ब्लॉक के कंपोजिट विद्यालय दियुरिया की सहायक अध्यापक साविता सिंह 14 दिसंबर 2024 को स्वीकृत आकस्मिक अवकाश पर रहे होने के बावजूद वेतन रोक दिया गया। भावलखेड़ा ब्लॉक के कंपोजिट विद्यालय दियुरिया की सहायक अध्यापिका गुलशन आरा 13 तथा 14 दिसंबर 2024 को स्वीकृत आकस्मिक अवकाश पर रही होने के बावजूद वेतन रोका गया। भावलखेड़ा ब्लॉक के कंपोजिट विद्यालय दियुरिया के प्रधान अध्यापक रविशंकर वर्मा 12 से 14 दिसंबर 2024 तक स्वीकृत अर्जित अवकाश पर वेतन रोका गया।
इसके साथ शोभित कुमार, आकांक्षा राठौर, कुसुम शुक्ला, ममता वर्मा एवं मिथलेश कुमारी जैसे शिक्षकों के खिलाफ भी 14 दिसंबर 2024 के निरीक्षण में स्वीकृत आकस्मिक अवकाश पर रहते हुए भी वेतन रोक के आदेश जारी किए गए। इसी तरह तिलहर के प्राथमिक विद्यालय गुरगिया बहादुरपुर की अनशुमा गुप्ता 27 नवम्बर से 26 दिसंबर 2024 तक स्वीकृत बाल्यकाल अवकाश पर होने के बावजूद तीन दिसंबर 2024 के निरीक्षण में अनुपस्थित दिखाकर वेतन रोक दिया गया।