लखनऊ। वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए यूपी सरकार के बजट में शिक्षा, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, महिला तथा अवस्थापना विकास पर फोकस है।
वित्त मंत्री ने कुल बजट का छह फीसदी चिकित्सा एवं स्वास्थ्य पर आवंटित किया है। चिकित्सा शिक्षा को बढ़ावा देने की दृष्टि से बलिया और बलरामपुर में राज्य चिकित्सा महाविद्यालय की स्थापना के लिए क्रमश: 27 करोड़ रुपये और 25 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। चिकित्सा शिक्षा की यूजी और पीजी की घोषित सीटों में से यूपी की 1500 सीटों के लिए बजट में 2066 करोड़ रुपये प्रस्तावित किए गए हैं।
शिक्षा किसी देश, राज्य और समाज के विकास की नींव है। सुशिक्षित, आत्मनिर्भर यूपी की परिकल्पना को साकार करते हुए सरकार ने बजट में 13 फीसदी धनावंटन किया है। बेसिक, माध्यमिक एवं उच्च शिक्षा के उच्चीकरण के लिए 2000 करोड़ से कई प्रावधान किए गए हैं। पीएम श्री योजना के अंतर्गत चयनित विद्यालयों के बच्चों के लिए स्मार्ट क्लास के लिए 580 करोड़ रुपये के प्रावधान तरक्की पसंद राज्य की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
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समग्र शिक्षा योजना के तहत चयनित सभी प्राथमिक विद्यालयों को स्मार्ट स्कूल के रूप में विकसित करने के लिए भी 300 करोड़ रुपये प्रस्तावित हैं। माध्यमिक शिक्षा के लिए 666 करोड़ रुपये प्रस्तावित किए हैं। यह सभी निश्चित तौर पर गुणवत्तापरक शिक्षा की ओर राज्य को अग्रसर करेंगे।
मेधावी छात्राओं के लिए सराहनीय पहल
उच्च शिक्षा में पीएम उच्चतर शिक्षा अभियान योजना के संचालन के लिए 600 करोड़ रुपये प्रस्तावित हैं। कॉलेज जाने वाली मेधावी छात्राओं के लिए सराहनीय पहल की गई है। रानी लक्ष्मीबाई स्कूटी योजना के तहत 400 करोड़ रुपये का व्यय किया जाएगा। व्यावसायिक शिक्षा एवं प्राविधिक शिक्षा के उन्नयन को भी कई प्रावधान हैं, जो निश्चित तकनीकी शिक्षा को गुणवत्ता प्रदान करेंगे।