मुख्यमंत्री योगी ने महाकुंभ का किया औपचारिक समापन, कर्मियों को दी सौगात
प्रयागराज। प्रदेश में न्यूनतम वेज नहीं पाने वाले सभी कर्मियों को योगी सरकार हर महीने 16 हजार रुपये का निश्चित मानदेय देगी। इसके लिए अलग से एक निगम की स्थापना की जाएगी। महाकुंभ का औपचारिक समापन करने बृहस्पतिवार को प्रयागराज आए सीएम योगी आदित्यनाथ ने यह घोषणा की।
उन्होंने महाकुंभ में सेवा देने वाले सफाई, स्वास्थ्य, पुलिस और रोडवेज कर्मियों को 10 हजार रुपये बोनस देने का भी एलान किया। उन्होंने कहा कि सभी स्वच्छता और स्वास्थ्यकर्मियों को आयुष्मान भारत या मुख्यमंत्री जनआरोग्य योजना का लाभ दिया जाएगा, जिसके माध्यम से पांच लाख रुपये तक का इलाज निशुल्क कराया जा सकेगा।
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मुख्यमंत्री करीब 11 बजे संगम के अरैल घाट पहुंचे और वहां झाडू लगाकर मेले के औपचारिक समापन समारोह की शुरुआत की। इसके बाद संगम स्नान और आरती-पूजन के बाद सेक्टर-24 स्थित रानी दुर्गावती पंडाल में आयोजित कार्यक्रम में सफाई तथा स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को सम्मानित किया। कर्मचारियों को स्वच्छ कुंभ कोष और आयुष्मान योजना के तहत प्रमाण पत्र वितरित किए और बाद में डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक और केशव प्रसाद मौर्य संग सफाईकर्मियों के साथ दोपहर के भोजन में शामिल हुए।
उन्होंने कहा कि आस्था का इतना विशाल समागम इससे पहले कहीं नहीं हुआ। इसमें रिकॉर्ड 66.30 करोड़ लोगों ने आस्था की लगाई। उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि लोग माइक्रोस्कोप
लेकर खामियां खोजते रहे, लेकिन कुछ नहीं मिला। >> संबंधित भीतर सीएम ने प्रयागराज के लोगों को दिया धन्यवाद
मुख्यमंत्री ने महाकुंभ के सुचारू आयोजन में योगदान देने वाले सभी लोगों को धन्यवाद दिया। कहा, मैं प्रयागराज के लोगों को धन्यवाद देता हूं, जिन्होंने पिछले दो महीनों से इस आयोजन को अपना माना। जिस शहर की आबादी 20-25 लाख है, उसमें एक समय 5-6 करोड़ लोग आ जाएं तो क्या स्थिति होगी इसकी कोई भी कल्पना कर सकता है। सीएम योगी ने कहा, इतना बड़ा समागम दुनिया में कहीं नहीं हुआ। कुल 66.30 करोड़ भक्तों ने इसमें भाग लिया, फिर भी अपहरण, लूट या ऐसे किसी अपराध की कोई घटना नहीं हुई।
विपक्ष ने झूठ फैलाने का कोई मौका नहीं छोड़ा
विपक्ष को दूरबीन से देखने पर भी अपराध का एक भी मामला नहीं मिला। हालांकि उसने गलत सूचना फैलाने का कोई मौका नहीं छोड़ा। इतनी बड़ी ऐतिहासिक घटना की सफलता ने उन्हें असहज कर दिया। अकेले मौनी अमावस्या पर 8 करोड़ भक्त एकत्र हुए, लेकिन विपक्ष ने झूठ फैलाना जारी रखा। असम्मानजनक भाषा का इस्तेमाल किया और दूसरी जगहों के वीडियो दिखाकर प्रयागराज को बदनाम करने की भी कोशिश की।
■ श्रद्धालु विपक्ष के दुष्प्रचार में नहीं आए: योगी ने कहा, एक दुखद घटना हुई। पीड़ितों के परिवारजनों के साथ हमारी संवेदना है। हालांकि, विपक्ष ने काठमांडू का वीडियो प्रसारित कर उसे प्रयाग का बताया। इसके बावजूद श्रद्धालुओं ने और बड़ी संख्या में आकर इस दुष्प्रचार का जवाब दिया। लोगों ने साफ कर दिया कि वे विपक्ष के झूठ के बहकावे में नहीं आएंगे और सनातन का झंडा कभी नहीं झुकेगा।
महाकुंभ से बने पांच धार्मिक सर्किट
मुख्यमंत्री ने कहा कि महाकुंभ से कई धार्मिक सर्किट निर्मित हुए हैं। पहला सर्किट है प्रयागराज से मां विंध्यवासिनी होते हुए काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन-पूजन का। महाकुंभ आयोजन के दौरान काशी विश्वनाथ मंदिर में 10 से 15 लाख लोगों ने प्रतिदिन दर्शन-पूजन किया। यही स्थिति विंध्याचल मंदिर में भी रही। दूसरा सर्किट बना अयोध्या होते हुए गोरखनाथ धाम का। अयोध्या में राम मंदिर में इस दौरान रोजाना सात से 10 लाख लोग पहुंचे। गोरखनाथ धाम में भी दो से ढाई लाख श्रद्धालु रोजाना पहुंचे। श्रृंग्वेरपुर धाम होते हुए लखनऊ और नैमिषारण्य धाम तीसरा सर्किट बना। इसी तरह प्रयागराज से लालापुर, राजापुर होते हुए चित्रकूट चौथा तथा बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे के रास्ते मथुरा-वृंदावन पांचवां सर्किट बना। महाकुंभ आयोजन के दौरान इन धार्मिक स्थलों पर भी लाखों लोग पहुंचे।
नाविकों को मिलेगा बीमा सुरक्षा संग नाव का पैसा
मुख्यमंत्री ने नाविकों को भी बीमा कवर की सौगात दी। साथ ही नाव के लिए पैसे देने की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि नाविकों का रजिस्ट्रेशन किया जाएगा। इसके बाद नाव का पैसा दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि नाविकों ने महाकुंभ में आए लाखों लोगों की सेवा की। वे निषादराज की परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं।
महाकुंभ में बने तीन रिकॉर्ड मुख्यमंत्री ने लिए प्रमाणपत्र
महाकुंभ में बने तीन विश्व कीर्तिमान को बृहस्पतिवार को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड का प्रमाण पत्र भी मिल गया। संस्था के ज्यूरी प्रवीण पटेल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सर्टिफिकेट प्रदान किए। मेला प्रशासन की ओर से महाकुंभ में चार विश्व रिकॉर्ड बनाने की योजना बनाई गई थी।