लखनऊ। राजधानी सहित उत्तर प्रदेश में 13 लाख निरक्षरों को साक्षरता एवं वैकल्पिक शिक्षा निदेशालय ने चिह्नित किया है। इन सभी को शिक्षित किया जाएगा। ये जानकारी बुधवार को साक्षरता एवं वैकल्पिक शिक्षा निदेशालय के निदेशक भगवती सिंह ने दी।
कानपुर रोड स्थित साक्षरता निकेतन में आयोजित उल्लास मेले के दौरान उन्होंने बताया कि नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के तहत सर्वे एप से करीब 13 लाख निरक्षर और 1.50 लाख वालंटियर चिह्नित किए गए हैं।
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पांच लाख निरक्षरों को साक्षर किया गया है। कार्यक्रम में नवसाक्षर सुजाता व भोपाल ने अपने जीवन में आए सकारात्मक बदलाव को साझा किया। इस मौके पर शिक्षा महानिदेशक कंचन वर्मा, इंडिया लिट्रेसी बोर्ड के निदेशक संध्या तिवारी, एससीईआरटी के निदेशक गणेश कुमार और बेसिक शिक्षा निदेशक प्रताप सिंह बघेल, एडीबेसिक श्याम किशोर तिवारी, बीएसए राम प्रवेश उपस्थित रहे।
स्टॉल पर दी गई जानकारी
नवभारत साक्षरता कार्यक्रम की गतिविधियों की जानकारी देने के लिए स्टॉल भी लगाए गए, जहां प्रदेश के 15 वर्ष से अधिक आयु के निरक्षर को साक्षर करने के लिए चलाए जा रहे नव भारत साक्षरता कार्यक्रम की विभिन्न गतिविधियों को प्रदर्शित किया गया। स्कूल शिक्षा महानिदेशक कंचन वर्मा ने कहा कि सरकार का प्रयास है कि सभी को साक्षर किया जाए।
निरक्षर व्यक्ति नहीं उठा पाता सुविधाओं का लाभ : संदीप
बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह ने कहा कि निरक्षर व्यक्ति अपनी बात स्पष्ट रूप से नहीं रख पाता है। वो केंद्र एवं राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का भी लाभ नहीं उठा पाता है। शिक्षा व्यक्ति के विकास के रास्ते खोलने के साथ रोजगार के अवसर मुहैया कराती है।