कहा-यह सरकारी डाटा व ■ दस्तावेज के लिए खतरा
नई दिल्ली। केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने अपने अधिकारियों-कर्मचारियों को दफ्तर के कंप्यूटर और अन्य उपकरणों पर चैटजीपीटी व डीपसीक जैसे कृत्रिम मेधा (एआई) टूल या एप का उपयोग न करने का निर्देश दिया है। मंत्रालय ने कहा है, इनका इस्तेमाल गोपनीय सरकारी डाटा और दस्तावेज के लिए खतरा उत्पन्न कर सकता है।
मंत्रालय के व्यय विभाग ने सभी विभागों को भेजी एडवाइजरी में कहा है कि दफ्तर के कंप्यूटर, फोन व अन्य उपकरणों में एआई टूल और एआई एप के इस्तेमाल से सख्ती से परहेज किया जाना चाहिए। सरकार ने यह कदम ऐसे समय में उठाया है, जब ऑस्ट्रेलिया व इटली जैसे देशों ने गोपनीयता व डाटा सुरक्षा चिंताओं को देखते हुए सिस्टम को चीन की एआई कंपनी डीपसीक से संरक्षित करने की घोषणा की है। ब्यूरो
डीपसीक के आर। एआई टूल का जलवा
डीपसीक ने पिछले हफ्ते किफायती एआई टूल आर1 के जरिये पूरी दुनिया को हैरत में डाल दिया था। चैटजीपीटी की कंपनी ओपनएआई और एआई चिप बनाने वाली एनवीडिया को इससे तगड़ा झटका लगा था
डीपसीक और चैट जीपीटी के प्रयोग से बचें
| निर्देश
नई दिल्ली, एजेंसी। वित्त मंत्रालय ने अपने अधिकारियों को कार्यालय के कंप्यूटर एवं अन्य उपकरणों में चैटजीपीटी और डीपसीक जैसे एआई टूल एवं एप को डाउनलोड न करने का
निर्देश दिया है। यह कदम सरकारी डेटा और दस्तावेजों की गोपनीयता से जुड़े जोखिम को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है। मंत्रालय ने सभी विभागों को भेजे एक संदेश में कहा है कि कार्यालय के कंप्यूटर एवं फोन उपकरणों में एआई टूल और एआई ऐप के इस्तेमाल से सख्ती से
परहेज किया जाना चाहिए। । व्यय विभाग ने 29 जनवरी को वक्तव्य में कहा, तय किया गया है कि कार्यालय के कंप्यूटर और उपकरणों में एआई टूल और चैटजीपीटी एवं डीपसीक जैसे एआई ऐप का इस्तेमाल सरकार, डेटा और दस्तावेजों की गोपनीयता के लिए जोखिम पैदा करते हैं।
वित्त मंत्रालय ने आदेश जारी किया- अधिकारी-कर्मचारी चैट जीपीटी, डीपसीक आदि का उपयोग न करें, गोपनीयता भंग होने का खतरा..
