मऊ। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने सोमवार को एक परिषदीय और दो निजी स्कूलों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान अनियमितता सामने आईं। परदहां ब्लॉक क्षेत्र के अराजीतौफिर स्थित कंंपोजिट विद्यालय में नामांकन कम होने और शैक्षिक गुणवत्ता खराब मिलने पर प्रधानाध्यापक को निलंबित कर दिया गया। तीन शिक्षकों को नोटिस दिया गया। सरवां स्थित एक बिना मान्यता वाले विद्यालय को बंद कराने के साथ एक लाख रुपये का जुर्माना लगाया। इस मामले में खंड शिक्षा अधिकारी से भी स्पष्टीकरण मांगा है।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोष कुमार उपाध्याय ने परदहां ब्लॉक क्षेत्र के अराजीतौफिर स्थित कंंपोजिट विद्यालय का निरीक्षण किया। इस दौरान विद्यालय में कक्षा एक से आठवीं तक के 17 छात्र उपस्थित मिले। विद्यालय में कार्यरत प्रभारी प्रधानाध्यापक अखिलेश, सहायक अध्यापक वीणा पाल, दिव्या मनुराज शिक्षण कार्य करते नहीं पाए गए। समस्त छात्र मिश्रित कक्षाओं में बैठे मिले। पाया गया कि सुबह 10.30 बजे तक छात्र उपस्थिति पंजिका नहीं भरी गई थी। विद्यालय का समस्त स्टाफ शिक्षण कार्य में रुचि लेता नहीं मिला। अपार आईडी के लिए और नामांकन बढ़ाने के लिए कोई प्रयास नहीं किया जाना पाया गया। विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के साथ ही तीन शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
परदहां ब्लॉक क्षेत्र के सरवां में ज्ञानती पीठ चिल्ड्रेन स्कूल का संचालन बिना मान्यता के होता पाया गया। खंड शिक्षा अधिकारी परदहां को ताला बंंद कराने का निर्देश देने के साथ ही एक लाख रुपये का अर्थदंड लगाया गया। इस मामले में खंड शिक्षा अधिकारी से स्पष्टीकरण मांगा गया। बच्चों का नजदीक के परिषदीय विद्यालय में नामांकन कराते हुए रिपोर्ट मांगी गई।
बीएसए ने नगर के बकवल स्थित राज इंटर काॅलेज के भवन में संचालित प्राथमिक विद्यालय का निरीक्षण किया। इस दौरान मान्यता की शर्तों का पालन नहीं पाया गया। प्रबंधक को नोटिस जारी किया गया है। इस बाबत जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोष कुमार उपाध्याय का कहना है कि किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। शिक्षण कार्य में लापरवाही बरतने वाले शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।