लखनऊ, कासं। राजधानी में बुधवार को यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं शुचितापूर्ण और नकलविहीन तरीके से खत्म हुई। अब उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन 19 मार्च से शुरू होगा। बुधवार को आखिरी दिन दोनों पालियों में 47235 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हुए। जबकि 2033 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे।

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बुधवार को डीआईओएस राकेश कुमार, मण्डलीय विज्ञान प्रगति अधिकारी डॉ. दिनेश कुमार समेत चार सदल ने 25 परीक्षा केन्द्रों का निरीक्षण कर परीक्षाओं का जायजा लिया। हालांकि परीक्षा केन्द्रों पर कोई शिकायत व गड़बड़ी नहीं मिली। यूपी बोर्ड की परीक्षाएं सीबीएसई और सीआईएससीई बोर्ड की परीक्षाओं के बाद 24 फरवरी से शुरू हुई थी। बुधवार को अंग्रेजी, कृषि रसायन विज्ञान समेत दूसरे विषयों की परीक्षा के साथ खत्म हो गई। लखनऊ में 1.03 लाख परीक्षार्थियों के लिये आदर्श कारागार समेत 127 परीक्षा
केन्द्र बनाये गए थे।
यूपी बोर्ड परीक्षा की परीक्षा खत्म होने के बाद बुधवार शाम को केन्द्रों से लायी गई सभी उत्तर पुस्तिकाओं को राजकीय जुबिली इंटर कॉलेज में बने संकलन केन्द्र में सुरक्षित रखवाया गया है। बोर्ड परीक्षा की समूची कापियां संकलन केन्द्र में रखवायी गई हैं।
रिकॉर्ड 17 दिनों में खत्म हो गई बोर्ड की परीक्षाएं लखनऊ। यूपी बोर्ड की परीक्षाएं इस बार रिकार्ड 17 दिनों में बुधवार 12 मार्च
खत्म हो गई। वैसे 24 फरवरी से शुरू यह परीक्षा मात्र 12 कार्य दिवस में ही पूरी हो गई। अब कॉपियों की जांच 19 मार्च से शुरू होंगे। इस दौरान हाईस्कूल और इंटर की परीक्षाएं 8,140 केंद्रों पर दो पालियों में कराई गई। कॉपियां जांचने का काम 19 मार्च से 2 अप्रैल तक चलेगा। इस संबंध में यूपी बोर्ड की ओर से निर्देश जारी कर दिए गए हैं। मूल्यांकन केंद्रों की सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद करने के निर्देश भी माध्यमिक शिक्षा निदेशक डॉ. महेंद्र देव ने जारी किए हैं।