नई दिल्ली, । एक मई से एटीएम से राशि निकालना महंगा पड़ सकता है। दरअसल, आरबीआई ने एटीएम इंटरचेंज शुल्क बढ़ाने की मंजूरी दे दी है। ऐसे में एक मई से नकदी निकालने की फीस दो रुपये और गैर-वित्तीय लेन-देन जैसे खाते में रकम जांचने का शुल्क एक रुपये बढ़ जाएगा।
अब नकद निकालने पर शुल्क 17 से बढ़कर 19 रुपये और खाते की राशि जांचने का शुल्क छह से बढ़कर सात रुपये हो जाएगा। सूत्रों के मुताबिक, एटीएम ऑपरेटर्स ने फीस बढ़ाने की मांग की थी, क्योंकि पुरानी फीस से उनके लिए काम करना मुश्किल हो रहा था। ऐसे में बैंक खुद पर पड़ने वाले बोझ को कम करने के लिए शुल्क बढ़ाकर ग्राहकों से इसकी भरपाई करने की कोशिश करेंगे।

- Primary ka master: परिषदीय स्कूलों में बच्चों के लिए प्राथमिक उपचार किट की होगी व्यवस्था
- एडेड स्कूलों के शिक्षकों ने वेतन की मांग उठाई
- अटल स्कूल और नये शैक्षिक सत्र का शुभारंभ करेंगे योगी
- असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी की आशंका
- जेईई मेन परिणाम जारी, 24 अभ्यर्थियों के 100 पर्सेंटाइल
इंटरचेंज शुल्क क्या है
यह शुल्क एक बैंक दूसरे बैंक को तब देता है, जब आप उसके एटीएम का इस्तेमाल करते हैं। ये शुल्क लेन-देन का हिस्सा होता है और अक्सर ग्राहक के खाते में से इसकी कटौती की जाती है। एनपीसीआई ने 13 मार्च को बैंकों को इस बदलाव की सूचना दी थी।