आयकर नियम: बैंक अकाउंट में नकदी जमा करते समय रखें सावधानी, नहीं तो भुगतने पड़ सकते हैं गंभीर परिणाम
इनकम टैक्स नोटिस से बचें: बैंक खाते में नकद जमा करते समय इन सीमाओं का रखें ध्यान!
आजकल बैंक खाता होना आम बात है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि आयकर विभाग ने सेविंग्स अकाउंट में नकदी जमा करने की एक सीमा तय की है? अगर आप इस सीमा को पार कर जाते हैं, तो आपको इनकम टैक्स नोटिस का सामना करना पड़ सकता है। यहां समझें कि कैसे बैंक में जमा राशि आपके लिए मुसीबत बन सकती है और किन नियमों का पालन करना जरूरी है।

- परिषदीय विद्यालयों में नियुक्त ऐसे शिक्षक/शिक्षिका जो पूर्व में शिक्षामित्र के पद पर कार्यरत रहे हैं, को पुरानी पेंशन हेतु विकल्प पत्र भरने के सम्बन्ध में।
- विद्यालय में बिना अनुमति प्रवेश एवं उसके वैधानिक परिणाम
- IND v NZ (FINAL) : इंडिया बनाम न्यूजीलैंड फाइनल मैच फ्री में देखने के लिए लिंक पर क्लिक करें, देखें पूरा मैच👇
- Primary ka master: फर्जी शिक्षकों की बड़ी मंडी साबित हो रहा जिला, रडार पर हैं कई और फर्जी शिक्षक
- Income tax: बैंक खाते में इस लिमिट से ज्यादा रुपया जमा करने पर घर आएगा इनकम टैक्स का नोटिस, जानिये क्या कहता आयकर का नया नियम!
सीमा से अधिक जमा होने पर क्या होगा?
आयकर नियमों के मुताबिक, अगर आपके सेविंग्स अकाउंट में एक वित्तीय वर्ष के दौरान 10 लाख रुपये से अधिक नकदी जमा होती है या एक ही दिन में किसी एक व्यक्ति से 2 लाख रुपये से ज्यादा की राशि प्राप्त होती है, तो विभाग आपसे स्पष्टीकरण मांग सकता है। ऐसी स्थिति में आपको यह साबित करना होगा कि जमा की गई राशि का स्रोत वैध है और उसे आयकर रिटर्न (ITR) में डिक्लेयर किया गया है।
सबूत न होने पर हो सकती है कानूनी कार्रवाई!
अगर आप जमा राशि का स्रोत साबित नहीं कर पाते हैं या दस्तावेज़ों में गड़बड़ी पाई जाती है, तो आयकर विभाग आपके खिलाफ कानूनी कदम उठा सकता है। इसके तहत आपका बैंक अकाउंट फ्रीज हो सकता है या गंभीर मामलों में जेल तक की सजा हो सकती है। इसलिए, हर लेन-देन का रिकॉर्ड रखना और निम्नलिखित सवालों के जवाब तैयार करना जरूरी है:
– खाते में जमा राशि किसने दी?
– पैसे जमा करने का उद्देश्य क्या था? (जैसे: लोन चुकौती, उपहार, सेवाओं का भुगतान, आदि)
– क्या यह राशि आयकर रिटर्न में डिक्लेयर की गई है?
– अगर राशि टैक्सेबल नहीं है, तो उसका सबूत क्या है?
एक दिन में 2 लाख से ज्यादा जमा करने पर भी सतर्क रहें!
केवल सालाना लिमिट ही नहीं, बल्कि एक ही दिन में एक व्यक्ति से 2 लाख रुपये से अधिक नकदी प्राप्त करने पर भी आयकर विभाग सतर्क हो जाता है। ऐसे ट्रांजैक्शन को कर चोरी का संदेह माना जा सकता है। इसलिए, चाहे राशि छोटी हो या बड़ी, हर नकद लेन-देन का विवरण और स्रोत दस्तावेज़ों में दर्ज करें।
कैसे बचें मुसीबत से?
– बैंक में नकद जमा करते समय लिमिट का ध्यान रखें।
– हर ट्रांजैक्शन का पेमेंट रिसीप्ट या एग्रीमेंट सुरक्षित रखें।
– उपहार या लोन की राशि होने पर गिफ्ट डीड या लोन एग्रीमेंट बनवाएं।
– आयकर रिटर्न में सभी आय और नकदी प्रवाह को सही ढंग से डिक्लेयर करें।
सावधानी बरतकर आप न केवल कानूनी परेशानियों से बच सकते हैं, बल्कि वित्तीय लेन-देन को पारदर्शी भी बना सकते हैं। याद रखें, आयकर विभाग की नज़र से बचना मुश्किल है, इसलिए नियमों का पालन करना ही समझदारी है!
KEYBOARD :
Income Tax Notice, Cash Deposit Limit in Bank Account, Savings Account Rules, Income Tax Department Notice, Tax Evasion Rules, Income Tax Notice for Depositing Over 2 Lakhs in a Day, Rules for Cash Deposits Exceeding 10 Lakhs Annually, Cash Limit in Bank Account, How to Avoid Income Tax Notice, Income Tax Notice on Cash Deposits