प्रयागराज। यूपी बोर्ड की वर्ष 2025 की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षा में अब तक 19 फर्जी परीक्षार्थी पकड़े जा चुके हैं। इन पर उत्तर प्रदेश सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों का निवारण) अधिनियम, 2024 के प्रावधानों के तहत एफआईआर दर्ज कराई गई है। इस अधिनियम के तहत आजीवन कारावास व एक करोड़ रुपये
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जुर्माना, दोनों सजा का प्रावधान है।
यूपी बोर्ड की परीक्षाएं 24 फरवरी से शुरू हो चुकी हैं। पहले दिन हाईस्कूल व इंटर की हिंदी की परीक्षा के दौरान 14 फर्जी परीक्षार्थियों को पकड़ा गया था। इसके बाद एक मार्च को हाईस्कूल के विषय गणित की परीक्षा में चार व इंटर के नागरिक शास्त्र की परीक्षा में एक फर्जी परीक्षार्थी को पकड़ा गया।
आज परीक्षार्थियों के साथ यूपी बोर्ड की भी परीक्षा
प्रयागराज। यूपी बोर्ड हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की तीन मार्च को होने वाली परीक्षा के लिए कुल 24,01,586 परीक्षार्थी पंजीकृत हैं। परीक्षार्थियों के साथ यूपी बोर्ड के अफसरों की भी सोमवार को परीक्षा होगी। क्योंकि, पहली पाली में इंटरमीडिएट के विषय जीव विज्ञान व गणित की परीक्षा है। गणित और विज्ञान विषय की परीक्षाओं में नकल के ज्यादा मामले सामने आते हैं। इन दोनों विषया की परीक्षाओं के लिए प्रदेशभर में कुल 16,74,795 परीक्षार्थी पंजीकृत हैं। पहली पाली में हाईस्कूल के विषय संस्कृत की भी परीक्षा होगी, इसके लिए कुल 2,50,148 परीक्षार्थी पंजीकृत हैं। द्वितीय पाली में हाईस्कूल के विषय संगीत वादन में 2,880 व इंटरमीडिएट के विषय चित्रकला (आलेखन), चित्रकला (प्राविधिक) व रंजनकला में 4,33,763 परीक्षार्थी (कुल 4,76,643) पंजीकृत हैं। ब्यूरो
इस तरह अब तक कुल 19 फर्जी परीक्षार्थी दूसरे की जगह परीक्षा देते हुए पकड़े जा चुके हैं।
यूपी बोर्ड के सचिव भगवती सिंह ने बताया कि पकड़े गए फर्जी परीक्षार्थी बाहरी हैं और इन्हें सॉल्वर गैंग का सदस्य मानते हुए इनके खिलाफ उत्तर प्रदेश सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों का निवारण) अधिनियम, 2024 के
प्रावधानों के तहत एफआईआर दर्ज कराई गई है, जिसमें आजीवन कारावास व एक करोड़ के जुर्माने की सजा का प्रावधान है।
जहां तक नकल में पकड़े गए परीक्षार्थियों की बात है तो इस अधिनियम के प्रावधान परीक्षार्थी पर लागू नहीं होंगे। अब तक नौ परीक्षार्थियों को नकल करते हुए पकड़ा गया है। ऐसे परीक्षार्थियों को
केंद्र व्यवस्थापक पर केस
प्रयागराज। एटा के परीक्षा केंद्र चौधरी बीएल इंटर कॉलेज, नगला रेवती की केंद्र व्यवस्थापक मंजू यादव के मोबाइल नंबर से एक मार्च को सुबह 9:37 बजे परीक्षार्थियों की उपस्थिति / अनुपस्थिति की सूचना के साथ हाईस्कूल के गणित विषय के अवशेष प्रश्नपत्र के मुख्य पृष्ठ के फोटो खींच कर बोर्ड परीक्षा की सूचनाओं के आदान-प्रदान के लिए बने जनपदीय व्हाट्सएप ग्रुप में अपलोड कर दिए गए हैं। यूपी बोर्ड के सचिव भगवती सिंह ने बताया कि इसे लापरवाही मानते हुए केंद्र व्यवस्थापक को पद से हटा दिया गया है। प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। ब्यूरो
उनके भविष्य के दृष्टिगत आपराधिक दायित्व से मुक्त रखा जाएगा। कार्रवाई के तौर पर ऐसे परीक्षार्थियों की उत्तर पुस्तिका का मूल्यांकन नहीं किया जाएगा। परीक्षा परिणाम परीक्षा प्राधिकारी द्वारा विहित रीति से घोषित किया जाएगा।