प्रयागराज, । जिले के अंदर आठ साल से ओपन ट्रांसफर और समायोजन न होने से लाखों परिषदीय शिक्षकों में असंतोष पनप रहा है। शिक्षकों का पद जिला कैडर होने के बावजूद जिले के अंदर और बाहर पारस्परिक तबादले तो धड़ल्ले से हो रहे हैं, लेकिन सालों से सुदूर ब्लॉक में फंसे शिक्षकों को कोई पूछने चार बार हुए अंतर जनपदीय स्थानांतरण के चलते दूसरे जिलों से आए शिक्षक-शिक्षिकाओं को जिला मुख्यालय के अपेक्षाकृत करीब विद्यालय आवंटित कर दिए गए।

- जिले के अंदर और बाहर तबादले के नियम अलग
- मेरठ में एक ही गांव के 14 लोग एक साथ बने सिपाही
- असिस्टेंट प्रोफेसर के 1200 पद खाली, 800 पर भर्ती की तैयारी
- सरकार से शिक्षामित्रों को स्थायी करने की मांग
- आठ वर्ष से तबादला न समायोजन परिषदीय शिक्षकों में पनप रहा रोष
छह मार्च को अंतर जनपदीय पारस्परिक और 12 मार्च को अंतः जनपदीय पारस्परिक तबादले होने के बाद फिर से शिक्षकों ने जिले में ओपन ट्रांसफर और समायोजन की मांग उठाई है। शिक्षकों ने प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा को पत्र लिख ओपन ट्रांसफर और समायोजन का अनुरोध किया है। शिक्षक जंग बहादुर, अरविंद, रवि आनंद, लालमति आदि का कहना है कि जो शिक्षक ग्रामीण ब्लॉक में पांच साल से अधिक समय से कार्यरत हैं
उन्हें पारस्परिक तबादले के लिए जोड़ा नहीं मिलता। इसके चलते अधिकांश शिक्षक 10 से 15 साल से सुदूर ब्लॉकों में कार्य करने को विवश हैं।
जिले के अंदर और बाहर तबादले के नियम अलग
बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में कार्यरत शिक्षकों के जिले के अंदर और एक से दूसरे जिले में पारस्परिक तबादले में नियम अलग-अलग हैं। जिले के अंदर प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक का उच्च प्राथमिक विद्यालय के सहायक अध्यापक से पारस्परिक तबादला नहीं होगा। वहीं दूसरी ओर एक से दूसरे जिले में ऐसी कोई बाध्यता नहीं है यानि प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक उच्च प्राथमिक विद्यालय के सहायक अध्यापक से जोड़ा बनाकर पारस्परिक स्थानांतरण का लाभले सकते हैं। अंतर जनपदीय पारस्परिक स्थानांतरण के लिए एक से 11 अप्रैल तक ऑनलाइन पंजीकरण होंगे, जबकि जिले के अंदर पारस्परिक तबादले के लिए ऑनलाइन पंजीकरण दो से 11 अप्रैल तक प्रस्तावित हैं।