69 हजार शिक्षक भर्ती के आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों ने सोमवार को बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह के आवास का घेराव कर प्रदर्शन किया। अभ्यर्थियों ने नारेबाजी कर नाराजगी जतायी। पुलिस भी आ गई। अभ्यर्थियों का कहना था कि सुप्रीम कोर्ट में चल रही शिक्षक भर्ती की सुनवायी के मामले में सरकार ढुलमुल रवैया अपनाए हुए है।

- बेसिक शिक्षा निदेशालय द्वारा नियुक्त शिक्षा मित्रों के मानदेय भुगतान हेतु वित्तीय वर्ष 2024-25 में आवंटित बजट के सापेक्ष जनपदों से समर्पण की सूचना के सम्बन्ध में।
- समग्र शिक्षा के अन्तर्गत स्थापित न्याय पंचायत संसाधन केन्द्रों एवं ब्लॉक संसाधन केन्द्रों के पुनर्गठन हेतु निर्गत शासनादेश के क्रम में अकादमिक रिसोर्स पर्सन्स (ए0आर0पी0) के चयन के सम्बन्ध में।
- वन विभाग में वन रक्षक के 708 पदों पर होगी शीघ्र भर्ती
- 60 हजार पुलिस कर्मियों की ट्रेनिंग एक साथ होगीः योगी
- बीएड विषय में भर्ती परीक्षा की अलग से जारी होगी तारीख
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घेराव का पता लगते ही स्कूल महानिदेशक, बेसिक शिक्षा निदेशक और न्याय विभाग के अधिकारी मंत्री आवास आ पहुंचे। अभ्यर्थियों से वार्ता करने का प्रयास किया लेकिन अभ्यर्थी मंत्री से मिलने की जिद पर अड़े रहे। आखिर में मंत्री संदीप सिंह ने अभ्यर्थियों से वार्ता कर 25 मार्च को सुप्रीम कोर्ट में सरकार की ओर से पहल करने का भरोसा दिया। वार्ता के बाद पुलिस ने अभ्यर्थियों को इको गार्डन भेज दिया।
प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थी अमरेंद्र पटेल ने बताया कि 69000 शिक्षक भर्ती में व्यापक स्तर पर अनियमितता हुई। आरक्षित वर्ग के हजारों अभ्यर्थी नौकरी से वंचित हैं। हाईकोर्ट ने अभ्यर्थियों के पक्ष में फैसला दिया लेकिन आदेश का पालन नहीं हुआ। मामला सुप्रीम कोर्ट में है। अभ्यर्थियों का आरोप है कि सरकार वहां भी पक्ष रखने से पीछे हट रही है।