हमीरपुर। जिले में मंगलवार से शुरू हुए तीन दिवसीय शासन के कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए 3 जिम्मेदारों ने 200 शिक्षकों की – तैनाती की है। जबकि मौजूदा समय में 15 परिषदीय विद्यालय शिक्षक विहीन हैं। स्कूल अनुदेशक व शिक्षामित्र चला रहे हैं। नौनिहालों के भविष्य के साथ जिम्मेदारों का यह गैर जिम्मेदाराना रवैया शिक्षा व्यवस्था पर भारी पड़ रहा है।

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सोमवार से परिषदीय स्कूलों की परीक्षाएं भी शुरू करा दी गई हैं। इसके बावजूद 200 शिक्षकों व अनुदेशकों की ड्यूटी शासन के तीन दिवसीय कार्यक्रम में लगा दी गई है।
ये कैसे जिम्मेदार, जो नौनिहालों के भविष्य के साथ कर रहे खिलवाड़
कुछ अध्यापक नाम न छपने की शर्त पर बोले कि क्या करें सरकार का कार्यक्रम है। ड्यूटी लगाई गई है तो आना ही पड़ेगा। एक शिक्षक कहते हैं कि उनके विद्यालय से चार शिक्षक तैनात किए गए हैं। अब हमें भी पढ़ाना छोड़कर सरकार की उपलब्धियों को लोगों के बीच जाकर गिनाना पड़ेगा, बच्चों की परीक्षाएं हो या न हों, इससे जिम्मेदारों को क्या लेना है।
बता दें कि शहर स्थित प्राथमिक ‘विद्यालय जमुना घाट, कांशीराम कॉलोनी, सराय, नगर मौदहा में प्राथमिक विद्यालय हैदरिया, हुसैनिया, उपरीस, तरौस, चौधराना, मराठीपुरा, कंपोजिट कांशीराम, नगर राठ में प्राथमिक विद्यालय लालता शांति देवी, जीपीएस चंसौरिया, नेहरु शिक्षा निकेतन, मदन मोहन मालवीय व सुभाष चंद्र बोस एक शिक्षामित्र व अनुदेशक के सहारे संचालित हैं।
कार्यक्रम देखने गए होंगे शिक्षक
नगरीय क्षेत्र में शिक्षकों की कमी हैं। समायोजन या नए शिक्षक मिलने पर तैनाती की जाएगी। कार्यक्रम में किसी भी शिक्षक की ड्यूटी नहीं लगाई गई है। हो सकता हो कि कोई कार्यक्रम देखने चले आए हों। – आलोक सिंह, बीएसए।