परिषदीय स्कूलों से कक्षा आठ पास करने वाले छात्रों को माध्यमिक विद्यालयों में प्रवेश दिलाने के लिए मंगलवार से एक विशेष नामांकन अभियान चलाया जाएगा। यह अभियान 15 अप्रैल तक चलेगा, जिसके तहत राजकीय एवं सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों के 5 किलोमीटर के दायरे में आने वाले स्कूलों के बच्चों को प्राथमिकता दी जाएगी।

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सरकार का उद्देश्य है कि कोई भी छात्र आठवीं कक्षा पूरी करने के बाद उच्च शिक्षा से वंचित न रहे। इसके लिए परिषदीय स्कूलों के छात्रों को उनके नजदीकी माध्यमिक विद्यालयों में दाखिला दिलाया जाएगा। जिले में कुल 405 माध्यमिक विद्यालय संचालित हैं, जिनमें 25 राजकीय और 33 सहायता प्राप्त विद्यालय शामिल हैं। नए शिक्षा सत्र की शुरुआत 1 अप्रैल से होगी, इसलिए नामांकन बढ़ाने के लिए यह अभियान चलाया जा रहा है। छात्रों को सीबीएसई, आईसीएसई या संस्कृत विद्यालयों में भी प्रवेश दिलाया जा सकता है।
बेसिक एवं माध्यमिक शिक्षा विभाग मिलकर करेंगे काम
इस अभियान को सफल बनाने के लिए माध्यमिक शिक्षा विभाग के प्रधानाचार्यों और बेसिक शिक्षा विभाग के बीईओ को नोडल अधिकारी बनाया गया है। दोनों विभाग समन्वय बनाकर छात्रों का नामांकन सुनिश्चित करेंगे।
ट्रांजिशन रजिस्टर तैयार किया जाएगा
अभियान के तहत प्रत्येक उच्च प्राथमिक विद्यालय में एक ट्रांजिशन रजिस्टर तैयार किया जाएगा, जिसमें कक्षा आठ उत्तीर्ण छात्र-छात्राओं का विवरण, कक्षा नौ में प्रवेश की तिथि और प्रवेश लिए गए विद्यालय का नाम दर्ज किया जाएगा।
छात्राओं के लिए छात्रावास की व्यवस्था
कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालयों से कक्षा आठ पास करने वाली छात्राओं को राजकीय बालिका छात्रावास (अमरोहा व बछरायूं) में रहने की सुविधा दी जाएगी। इसके लिए छात्रावासों में स्टाफ की तैनाती भी कर दी गई है।
डीआईओएस विष्णु प्रताप सिंह ने बताया कि “शासन के निर्देशानुसार, परिषदीय स्कूलों के छात्रों का 100% नामांकन सुनिश्चित करने के लिए यह अभियान चलाया जा रहा है। नोडल अधिकारियों की नियुक्ति भी की जा चुकी है।”
इस प्रकार, सरकार का लक्ष्य है कि सभी बच्चों को माध्यमिक शिक्षा तक पहुँच मिले और वे अपनी पढ़ाई जारी रख सकें।