लखनऊ,। माध्यमिक शिक्षा निदेशक एवं रायबरेली के डीआईओएस मंगलवार को फिर से विधान परिषद के सभापति के समक्ष पेश हुए। बीते 25 फरवरी को समुचित जवाब नहीं मिलने पर सभापति ने मंगलवार चार मार्च का दिन फिर से मुकर्रर किया था। दोनों अफसर नियत समय चार बजे सभापति के कक्ष में उपस्थित हुए।

- बड़ा प्रशासनिक फेरबदल: दिल्ली से लेकर जम्मू-कश्मीर तक 66 IAS और IPS अफसरों का तबादला
- बोर्ड एग्जाम में कम नंबर लाने पर बीएसए ने की आपने बेटे की तारीफ, लोगों से भी कही ये अहम बात
- वित्तीय वर्ष 2024-25 में फेल्ड पी०पी०ए० की सूचना उपलब्ध कराने के सम्बन्ध में।
- मां का आरोप, शिक्षकों की पिटाई से गई जान
- Primary ka master: नदी में तैरकर हर दिन बच्चों को पढ़ाने जाते हैं गुरुजी
दोनों अधिकारियों का पक्ष सुनने के बाद सभापति ने शासन से आए विशेष सचिव कृष्ण कुमार गुप्ता को निर्देश दिया कि वे डीआईओएस ओंकार राणा द्वारा वसी नकवी नेशनल इंटर कालेज के कार्यकारी प्रधानाध्यापक प्रदीप कुमार का 21 माह का वेतन रोके जाने की जांच कर उसकी रिपोर्ट से 5 अप्रैल को सभापति कार्यालय को अवगत कराएं। साथ ही सभापति ने निर्देश दिया कि सदन को गलत सूचना दिए जाने एवं सूचनाएं देने में विलम्ब किए जाने की जानकारी का उल्लेख करते हुए उनकी ओर से शासन को पत्र भेजा जाए। साथ ही वेतन के भुगतान में जो दिक्कतें आ रही हैं, उसे शासन को दूर करने के निर्देश दिए भी गए। सभापति कुंवर मानवेन्द्र सिह ने माध्यमिक शिक्षा निदेशक एवं रायबरेली के डीआईओएस को चार मार्च को दोपहर चार बजे माध्यमिक शिक्षा विभाग के सचिव अथवा विशेष सचिव के साथ सभापति के कक्ष में उपस्थित होने को कहा था।