प्रधानाध्यापिका की भावुक विदाई: ‘अपनी टीचर को कभी भूल नहीं पाएंगे’, आंखों में आंसू लेकर बच्चों ने कहा अलविदा
संविलियन विद्यालय ऐदलपुर धीमरी में तैनात प्रधानाध्यापिका बीना सक्सेना शनिवार को सेवानिवृत्त हो गईं। उनकी जब स्कूल में विदाई जा रही थी तो वहां अध्ययनरत बच्चों की आंखों से आंसू बहने लगे। बच्चों को देख वह भी अपने आंसू नहीं रोक पाईं। उन्होंने बच्चों को आश्वासन दिया कि वह समय-समय पर आती रहेंगी, तब जाकर बच्चों के आंसू रुके।

प्रधानाध्यापिका बीना सक्सेना 14 मार्च 1997 में बेसिक शिक्षा विभाग के प्राथमिक विद्यालय दरियापुर नंबर-1 में पहली तैनाती हुई। दरियापुर के उच्च प्राथमिक विद्यालय में सहायक अध्यापिका के पद पर पदोन्नति हुई। एक दिसंबर 2008 में सहायक अध्यापिका के तौर पर उच्च प्राथमिक विद्यालय ऐदलपुर धींवरी में तैनाती पाई। प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालय का संविलियन होने पर उन्हें इंचार्ज पद की जिम्मेदारी दी गई। उनकी 31 मार्च को सेवानिवृत्त होनी थी, लेकिन शनिवार को विद्यायल में विदाई समारोह आयोजित हुआ।
बताया कि बच्चों से वह इतना घुलमिल गईं थी कि कक्षा पांच का छात्र दक्ष सेवानिवृत्ति की खबर से पिछले तीन दिनों से स्कूल में आकर रोता रहा। उनकी विदाई समारोह के दौरान बच्चे अपनी आंखों के आंसू न रोक पाए। उनका कहना था कि हमारी शिक्षक बीना को वह कभी नहीं भूला जाएंगे। वह पढ़ाई के साथ वह जरूरी बात भी बताती, जिनका जीवन में बहुत महत्व है। ऐसी शिक्षक को कभी भूलाया नहीं जा सका। उनके विदाई समारोह में बीएएस लक्ष्मीकांत पांडे, बीईओ कुसुम सिंह, अध्यापक वंदना सिंह, सरिता सिंह, कमलेश, पूनम, सुरेंद्र, जितेंद्र, अवधेश, राजकुमारी, आशा व अनिता समस्त स्टाफ एवं ग्रामीण मौजूद रहे।