प्रयागराज। भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (ट्रिपल आईटी) प्रयागराज के द्वितीय वर्ष के आठ छात्रों ने दिसंबर-2024 में संस्थान के ईआरपी सिस्टम को हैक कर लिया था। मामले में आरोपी छात्रों को एक साल के लिए निलंबित कर दस हजार रुपये का जुर्माना वसूला गया। आरोप है कि छात्रों ने ईआरपी सिस्टम में अनधिकृत रूप से पहुंच कर अंकपत्र में मार्क्स बढ़ाए थे। इसके बाद स्वयं घटना में भूमिका स्वीकार की थी।

भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (ट्रिपल आईटी) प्रयागराज की स्थापना 12 अगस्त 1999 को हुई थी। 2000 में इसे ‘डीम्ड यूनिवर्सिटी’ का दर्जा दिया गया। तब से आज तक सिस्टम हैक करने की ऐसी कोई घटना नहीं हुई थी। पीआरओ ने बताया कि यह पहली बार हुआ की किसी छात्र या अन्य ने सिस्टम को हैक किया हो। इसके बाद सिस्टम में जो कमियां थीं, उनको दूर कर लिया गया है, ताकि भविष्य में ऐसा न हो सके।
दूसरी ओर घटना के बाद अन्य छात्रों ने बताया कि साथियों के इस कार्य पर उनको पुरस्कार देने के बजाए सजा के रूप में एक साल के लिए सस्पेंड कर दस हजार रुपये जुर्माना वसूला गया। जबकि, सभी छात्रों ने खुद ही इसकी जानकारी जिम्मेदारों को दी थी, जिससे सिस्टम की कमियों को दुरुस्त किया जा सके। वहीं, इंस्टीट्यूट की ओर से छात्रों के लिए जारी निलंबन पत्र में जनवरी-2026 तक के लिए सस्पेंड किया गया है। संवाद
छात्रों ने अपने अंक को बदलने के लिए सिस्टम को हैक कर लिया था। भविष्य में आगे कोई छात्र ऐसा कार्य न करे, इसलिए नजीर के तौर पर आरोपी छात्रों पर कार्रवाई की गई है। – पंकज मिश्रा, पीआरओ ट्रिपल आईटी प्रयागराज