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एक ही शिक्षक पर बीएसए ने तीन बार जांच कराई थी
बांदा। बीएसए ने शिक्षक के ऊपर लगे आरोपों पर एक साल के अंदर तीन जांचे कराईं। तीनों जांच रिपोर्टों के आधार पर शिक्षक के खिलाफ तीन बार कार्रवाई की। पहले नियमित वेतन रोका, फिर प्रतिकूल प्रवृष्टि दी। इसके बाद निलंबित कर दिया। शिक्षक ने हाइकोर्ट की शरण ली। हाइकोर्ट ने बीएसए के आदेश पर रोक लगाते हुए जवाब तलब किया है।

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- अन्तर्जनपदीय पारस्परिक स्थानान्तरण प्रकिया 2024-25 के फलस्वरूप अर्ह पाये गये शिक्षक एंव शिक्षिका को परस्पर उनके कार्यरत विद्यालय (School to School) हेतु कार्यमुक्त एंव कार्यभार ग्रहण कराये जाने के सम्बन्ध में।
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- बेसिक शिक्षा निदेशालय द्वारा नियुक्त शिक्षा मित्रों के मानदेय भुगतान हेतु वित्तीय वर्ष 2025-26 में प्रथम आवंटित किश्त का उपभोग प्रमाण पत्र उपलब्ध कराने के सम्बन्ध में।
नरैनी ब्लॉक के कंपोजिट विद्यालय इटवां में तैनात सहायकअध्यापक श्याम लाल के खिलाफ फरवरी 2024 में एक शिकायत हुई, जिसमें उनके ऊपर चार आरोप लगाए गए थे। तत्कालीन बीएसए के आदेश पर बीईओ ने जांच की। जांच रिपोर्ट के आधार पर बीएसए ने आरोपी अध्यापक का नियमित वेतन रोकते हुए जवाब तलब किया। जवाब देने पर जून 2024 में वेतन बहाली करते हुए विस्तृत जांच आख्या के आदेश दिए।
बीईओ ने विस्तृत जांच आख्याप्रेषित की। बीएसए अव्यक्त राम , तिवारी ने शिक्षक को प्रतिकूल प्रवृष्टि की। इसके बाद बीएसए ने शिक्षक के खिलाफ फिर जांच के आदेश उन्हीं आरोपों पर दिए। बीईओ ने फिर एक जांच रिपोर्ट दी। 30 जनवरी को बीएसए ने उन्हीं आरोपों को लगाकर शिक्षक को निलंबित कर दिया। पीड़ित शिक्षक ने हाइकोर्ट में गुहार लगाई। सुनवाई के बाद हाइकोर्ट ने बीएसए के आदेश पर रोक लगाते हुए तीन सप्ताह में जवाब तलब किया है। बीएसए अव्यक्तराम तिवारी ने बताया कि अभी यह जानकारी नहीं है।