अब जल्द ही कुछ ही दिनों में हिंदू नववर्ष (Hindu New Year 2025 Date) की शुरुआत होने जा रही है। धार्मिक मान्यता के अनुसार हिंदू नववर्ष की शुरुआत के साथ ही ब्रह्म जी ने सृष्टि की रचना करने की शुरुआत की थी। विक्रम संवत एक प्राचीन हिंदू पंचांग है। विक्रम संवत के अनुसार सनातन धर्म के पर्व व्रत की डेट तय होती है।

चैत्र माह में हिंदू नववर्ष की शुरुआत होती है।
इस माह में नवरात्र का पर्व मनाया जाता है।
विक्रम संवत एक प्राचीन हिंदू पंचांग है।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। वैदिक पंचांग के अनुसार, हिंदू नववर्ष की शुरुआत चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से होती है और साल का समापन चैत्र माह की अमावस्या तिथि पर होता है। हिंदू नववर्ष के साथ चैत्र नवरात्र शुरू होते हैं। इस दौरान अलग-अलग दिन मां दुर्गा के 09 रूपों की पूजा होती है। साथ ही देवी की कृपा प्राप्त करने के लिए विधिपूर्वक व्रत भी किया जाता है।
धार्मिक मान्यता के अनुसार, इससे साधक को जीवन में सभी सुखों की प्राप्ति होती है। वहीं, हिंदुओं के लिए विक्रम संवत एक प्राचीन पंचांग है। लेकिन क्या आप जानते हैं इसकी शुरुआत किसने की थी। अगर नहीं पता, तो आइए हम आपको बताएंगे विक्रम संवत (What is Vikram Samvat) से जुड़ी महत्वपूर्ण बातों के बारें में।
क्या है विक्रम संवत (Vikram Samvat History and Significance)
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि हिंदू कैलेंडर का चैत्र पहला महीना और आखिरी महीना फाल्गुन होता है। चैत्र नवरात्र के साथ ही हिंदू नववर्ष की शुरुआत होती है। चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से नए विक्रम संवत (vikram Samvat significance) की शुरुआत होती है। इतिहासकारों की मानें तो इसकी शुरुआत राजा विक्रमादित्य (Vikram Samvat history) ने की थी। यह विक्रम संवत अंग्रेजी कैलेंडर से 57 साल आगे चलता है।