नई दिल्ली, । संयुक्त राष्ट्र की व्यापार और विकास एजेंसी अंकटाड (यूएनसीटीएडी) ने बुधवार को चेतावनी दी कि वैश्विक व्यापार में तनाव के चलते वैश्विक आर्थिक वृद्धि दर 2025 में घटकर मात्र 2.3% रह सकती है। यह स्थिति दुनिया को आर्थिक मंदी के रास्ते पर ले जा रही है।
एजेंसी ने कहा है कि वर्ष 2024 में वैश्विक आर्थिक वृद्धि दर 2.8% रही, जो पहले ही कमजोर स्थिति दर्शा रही थी। टैरिफ युद्ध से स्थिति और तनावपूर्ण हो गई है। वहीं, डब्ल्यूटीओ का भी कहना है कि ट्रंप की शुल्क नीतियों और चीन के साथ गतिरोध के कारण दुनियाभर में व्यापार की मात्रा इस वर्ष 0.2 प्रतिशत कम होने की आशंका है।

भारतीय अर्थव्यवस्था की तेज रफ्तार कायम रहेगी
अंकटाड की रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि अनिश्चितता के बावजूद लगातार मजबूत सार्वजनिक व्यय और जारी उदार मौद्रिक नीतिगत रुख के साथ भारत की वृद्धि दर 2025 में 6.5 प्रतिशत रहने की उम्मीद है। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में 2025 में 6.5 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान है, जो 2024 की 6.9 प्रतिशत वृद्धि से थोड़ा कम है।