प्रयागराज : यूपी बोर्ड की वर्ष 2025 की हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट परीक्षा में सम्मिलित हुए करीब 51 लाख से ज्यादा छात्र-छात्राओं को पहली बार ऐसा अंकपत्र/प्रमाणपत्र दिया जाएगा, जिसे काटा एवं फाड़ा नहीं जा सकेगा। यह पानी में भींगने पर भी नहीं गलेगा। दीमक भी इसे नष्ट नहीं कर सकेंगे। इसमें सुरक्षा की दृष्टि से कई आधुनिक फीचर भी प्रयुक्त किए गए हैं। इसके चलते फर्जी अंकपत्र/प्रमाणपत्र की आसानी से पहचान हो सकेगी।

- बेसिक शिक्षा विभाग बरेली एवं मिशन शिक्षण संवाद द्वारा एक दिवसीय राज्य स्तरीय प्रकृति मित्र शिक्षक सम्मान समारोह में प्रतिभागियों द्वारा प्रतिभाग कराये जाने के सम्बन्ध में।
- एन0बी0टी0 नई दिल्ली एवं सी0आई0आई0एल0 मैसूर के माध्यम से समग्र शिक्षा योजनान्तर्गत परिषदीय विद्यालयों के पुस्तकालयों हेतु क्रय की जाने वाली पुस्तकों के सम्बन्ध में।
- वित्तीय वर्ष 2025-26 खेल कूद सामग्री क्रय हेतु दिशा निर्देश विषयक
- परिषदीय प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में अवस्थापना सुविधाओं के विकास मद के अन्तर्गत विद्युतीकरण आदि सम्बन्धी कार्य हेतु वित्तीय वर्ष 2023-24 में आंवटित की गयी धनराशि के सापेक्ष उपभोग प्रमाण-पत्र उपलब्ध कराये जाने के सम्बन्ध में।
- Updatemart : 30 जून तक विद्यालयों में शिक्षकों के लिए भी अवकाश घोषित करने की मांग को लेकर विधायक ने लिखा सीएम को पत्र
परीक्षा आरंभ होने से पहले ही यूपी बोर्ड सचिव भगवती सिंह ने वर्ष 2025 की हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट परीक्षा के अंकपत्र/प्रमाणपत्र के डिजायन एवं गुणवत्ता में आमूल चूल परिवर्तन की तैयारी शुरू कर दी थी, जिसे पूरा कर लिया गया है। अंकपत्र का आकार पूर्व की तुलना में थोड़ा बड़ा किया गया है, जो ए-4 आकार में नान टियरेबल (न फटने वाले) पेपर पर है। इस पेपर पर बने अंकपत्र को पूरी ताकत लगाकर भी फाड़ा नहीं जा सकेगा। पानी में भीगने पर भी खराब नहीं होगा। पुराना होने पर अंकपत्र को दीमक चाट जाते थे, लेकिन इसे दीमक भी नुकसान नहीं पहुंचा सकेंगे। अंकपत्र के बैकग्राउंड में माइक्रो लेटर प्रयुक्त किए गए हैं।