झाँसी : जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी विपुल शिव सागर ने आज प्राथमिक विद्यालय आरी में निरीक्षण के दौरान पहले छात्र छात्राओं और फिर शिक्षक शिक्षिकाओं को ‘आशीर्वाद’ लिखने को कहा, लेकिन कोई भी नहीं लिख पाया। बच्चे कई पुस्तकों के सवाल के जवाब नहीं दे पाए।
बीएसए के निरीक्षण समय में 3 से 5 बच्चे ही उपस्थित रहे। हालाँकि पिछले 3 दिनों में मध्याह्न भोजन खाने वालों की औसत संख्या 55 रही। इस तरह मध्याह्न भोजन में फर्जीवाड़ा भी पाया गया। बीएसए के पूरे निरीक्षण के समय

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प्रधानाध्यापक महेश कुमार यादव विद्यालय नहीं पहुँचे। साफ-सफाई की व्यवस्था भी ठीक नहीं मिली। इसके बाद बीएसए पास ही के विद्यालय बरगढ़ पहुँचे, तो प्रधानाचार्या मंगेश गुप्ता सीसीएल (चाइल्ड केयर लीव) पर मिलीं, लेकिन वह किसी को चार्ज नहीं दे
रहीं। विद्यालय की अध्यापिकाओं ने अक्सर सीसीएल, ईएल या मेडिकल अवकाश पर रहने, विद्यालयों के लिए आने वाले फण्ड का उपयोग नहीं करने की शिकायत की। कक्षाओं में पँखें तक नहीं लगे थे। विद्यालय में वर्षों से पुतायी नहीं हुई, तो साफ-सफाई भी खराब थी। मध्याह्न भोजन भी नहीं बन रहा था। इस पर बीएसए ने दोनों विद्यालयों के प्रधानाचार्यों को नोटिस जारी किया है।
गुमानावारा में बगैर मान्यता के संचालित हो रहा था स्कूल
बीएसए को आज शाम गुमनावारा में बगैर मान्यता के स्कूल संचालित होता मिला। बीएसए को स्कूल संचालक मान्यता के कोई कागज नहीं दिखा पाया। क्यूट एंजिल नाम से चल रहे स्कूल में कक्षा 1 से 5 तक के लगभग 27 बच्चे मिले। शासन के तमाम प्रयास के बाद भी बगैर मान्यता के स्कूल का संचालन बन्द नहीं हो पा रहा है। बीएसए ने बगैर मान्यता के स्कूल संचालित होने पर संचालक को नोटिस जारी करते हुए स्पष्टीकरण देने तथा बच्चों को पास के स्कूल में शिफ्ट करने के आदेश दिए। उन्होंने खण्ड शिक्षा अधिकारी को बच्चों का दूसरे स्कूल में नामांकन कराने को कहा।