बीएसए की बिना अनुमति जनपद गोरखपुर के खोराबार विकास खण्ड में संगठन ब्लॉक मंत्री के आदेश से 80% विद्यालय बंद
तथाकथित संगठन मंत्री के दबाव में है बेसिक शिक्षा विभाग गोरखपुर के अधिकारी
तथाकथित संगठन के जिला ,ब्लॉक मंत्री के कहने पर दिनाँक 16-04-25 को खोराबार ब्लॉक के लगभग 80 % विद्यालय बंद कर दिए गए ।कई विद्यालयों को BSA गोरखपुर द्वारा कारण बताओ नोटिस हुआ जारी। नोटिस भी मात्र 7-8 विद्यालय को ही जारी हुआ। जब पूरे ब्लॉक में 80 % विद्यालय बंद थे तो नोटिस 7 से 8 विद्यालयों को ही क्यों ?? बाकी को क्यों नहीं बताए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी गोरखपुर
का खोराबार विकास खण्ड बताया जा रहा है ब्लॉक का नाम। खोराबार व अन्य ब्लॉकों से कई अध्यापकों का रिटायरमेंट हुआ था उसी क्रम में एक सम्मान समारोह का प्रोग्राम होना तय हुआ था। इसके लिए विद्यालयों को बंद करके प्रोग्राम में सभी अध्यापकों को उपस्थिति रहने के लिए आमंत्रित किया गया था । एक संगठन के ब्लॉक मंत्री ने अपना जलवा दिखाने के लिए खोराबार के विद्यालय बंद करने के लिए फोन घुमाकर अध्यापकों को बताया कि प्रोग्राम में सुबह 9 बजे से आने के लिए BSA साहब से एक दिन का अवकाश लिया गया है !
इसलिए सभी लोगों को विद्यालय बंद करने आने का आदेश दे डाला । अब उन भोले- भाले टीचरों का क्या जो बिना किसी बेसिक शिक्षा अधिकारी के आदेश का अवलोकन किये विद्यालय बंद करके कार्यक्रम में पहुँच गए और उन्हें विद्यालय बंद करने का कारण बताओ नोटिस निर्गत हो गया। बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारी से पूछा तो जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने साफ मना कर दिया कि मेरा कोई ऐसा आदेश निर्गत नहीं हुआ है । विद्यालय बंद करने पर जब बेसिक शिक्षा अधिकारी से कार्यवाही के बारे में पूछा गया तो उन्होंने जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्यवाही करने की बात कही। सवाल यह है कि क्या जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी गोरखपुर को अपनी जाँच में पूरे खोराबार ब्लॉक में सिर्फ 7 से 8 विद्यालय बंद मिले या फिर संगठनों के दबाव में आकर वह कार्यवाही करने से बच रहे है।

