पीजीटी (प्रवक्ता) भर्ती में बीएड की अनिवार्यता को लेकर सोमवार को प्रतियोगी छात्रों ने शिक्षा सेवा चयन आयोग पर प्रदर्शन किया। प्रतियोगी छात्रों ने इस दौरान पांच सूत्रीय ज्ञापन भी सौंपा। बीएड अनिवार्य होने से भर्ती से लाखों अभ्यर्थी बाहर हो जाएंगे। इसके अलावा मांग की कि टीजीटी, पीजीटी और असिस्टेंट प्रोफेसर के पदों का जल्द नया विज्ञापन जारी किया जाए।

- ग्राम पंचायत अधिकारी भर्ती की उत्तरकुंजी जारी
- शिक्षिका देशद्रोह में नामजद
- शिक्षकों की एक वार्षिक वेतन वृद्धि रोकने की संस्तुति
- पीजीटी भर्ती में बीएड की अनिवार्यता पर बिफरे
- अंतर्जनपदीय एवं अंतःजनपदीय पारस्परिक स्थानांतरण में रजिस्ट्रेशन की तिथि व आवेदन का प्रिंट करने की तारीख बढ़ाई
छात्रों ने जीव विज्ञान विषय को लेकर भी चिंता व्यक्त की है। राजकीय विद्यालयों में यह स्वतंत्र विषय है लेकिन अशासकीय विद्यालयों में इसे समाप्त कर दिया गया है। प्रतियोगियों ने मांग की कि इसे सभी विद्यालयों में स्वतंत्र विषय घोषित किया जाए। इसके साथ ही विज्ञापन संख्या-51 के तहत असिस्टेंट प्रोफेसर (बीएड) परीक्षा की तिथि की घोषणा की मांग भी की गई है। कला, संगीत, शारीरिक शिक्षा और सिलाई विषयों में नई नियमावली से प्रभावित अभ्यर्थियों को एक मौका दिया जाए।
प्रतियोगी छात्र मोर्चा के विक्की खान ने बताया कि आयोग की तरफ से उपसचिव शिवाजी मालवीय ने वार्ता की। विक्की ने कहा कि उपसचिव ने यह आश्वासन दिया कि प्रतियोगी छात्रों की मांग का प्रस्ताव अतिशीघ्र शासन को प्रेषित किया जाएगा। इस अवसर पर अनिल कुमार उपाध्याय, कृपाशंकर निरंकारी, वरुण शर्मा, लकी दुबे, रोहित कुमार, रमेश कुमार, प्रियंका, राधा पाल, महिमा, रिया सिंह, अनामिका, शिवांशी, अमित यादव ,विवेक मिश्र, सिंहासन सिद्धू, अनिल कुमार चौधरी, अजय अवस्थी, लोकेंद्र शुक्ल, राजेश कुमार बालाजी आदि मौजूद रहे।