अयोध्या, । राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय आवासीय परिसर के लाईब्रेरी साइंस विभाग के शराबी शिक्षकों पर गाज गिरी है। विभाग के तीन अतिथि प्रवक्ता को कार्यालय कक्ष में शराब की पार्टी करने के मामले की जांच में दोषी पाए जाने पर ने कुलपति प्रो. प्रतिभा गोयल के आदेश पर कुलसचिव उमानाथ ने सेवामुक्त कर दिया है।

अवध विवि आवासीय परिसर में प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के विशेष कार्याधिकारी डॉ. पंकज एल जानी एवं अशोक देसाई राजभवन की टीम के साथ 11 अप्रैल को दौरे पर थे। निरीक्षण के दौरान आवासीय परिसर स्थित लाइब्रेरी साइंस विभाग में अतिथि प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह, डॉ. देवेश प्रकाश एवं डॉ. शिवकुमार को शराब पीते रंगे हाथ पकड़ लिया था। कुलपति ने सीओ सिटी शैलेन्द्र सिंह को बुलाकर शिक्षकों को मेडिकल परीक्षण कराया था और मेडिकल परीक्षण में डॉ. सुधीर सिंह एवं डॉ. देवेश प्रकाश में एल्कोहल की पॉजिटिव रिपोर्ट आई। जबकि डॉ. शिवकुमार की रिपोर्ट निगेटिव रही।
मामले को विवि प्रशासन ने गंभीरता से लेते हुए निष्पक्ष जांच के लिए एक जाचं अधिकारी नियुक्त किया गया। इसके अलावा आरोपी शिक्षकों को कुलसचिव ने नोटिस देकर तीन दिन में स्पष्टीकरण मांगा था। आरोपी शिक्षकों की मेडिकल रिपोर्ट, स्पष्टीकरण का जवाब एवं जाचं अधिकारी की जांच के आधार पर तीनों अतिथि प्रवक्ता दोषी पाए गए। विश्वविद्यालय के मीडिया प्रभारी डॉ. विजयेन्दु चतुर्वेदी ने बताया कि लाइब्रेरी साइंस पाठ्यक्रम के तीन अतिथि प्रवक्ताओं पर अनुशासनात्मक कार्यवाही की गई है। मालूम हो कि डॉ. सुधीर सिंह के पिता जनसंपर्क अधिकारी पद से रिटायर हो चुके हैं। सत्र- 2017 में डॉ. शिवकुमार का पहली बार अतिथि प्रवक्ता के रूप में चयन हुआ था। जबकि डॉ. सुधीर सिंह और डॉ. देवेश का चयन का वर्ष- 2022 में तत्कालीन कुलपति प्रो. रविशंकर सिंह के कार्यकाल और तत्कालीन कला संकायाध्यक्ष प्रो. एपी सिंह के चयन बोर्ड में हुआ था। सत्र 2024- 25 के लिए इन तीन अतिथि प्रवक्ताओं को चयन 30 जून 2025 तक चयन हुआ था।