लखनऊ। प्रदेश में स्कूली शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए काम कर रहे जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) को और बेहतर बनाया जाएगा। इसके लिए दूसरे चरण में 15 और डायट को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (सीओई) सीओई) बनाया जाएगा। इसके लिए हाल ही में शिक्षा मंत्रालय के प्रोजेक्ट एडवाइजरी बोर्ड (पीएबी) ने 170 करोड़ का बजट स्वीकृत किया है।

राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) की ओर से डायट को चरणबद्ध तरीके से सीओई के रूप में विकसित किया जा रहा है। पहले चरण में 13 डायट को समृद्ध बनाया जा रहा है। दूसरे चरण में 15 अन्य डायट को चयनित किया गया है।
इनमें सेमिनार हॉल, ऑडिटोरियम, स्मार्ट क्लास, 100 की क्षमता के छात्रावास, साइंस,
टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग एंड मैथ्स (स्टेम) लैब भी बनाई जाएगी। एससीईआरटी के संयुक्त निदेशक पवन सचान ने बताया कि सभी डायट में सोलर पैनल भी लगाए जाएंगे। डायट को आधुनिक बनाने से नवाचार और शोध को भी बढ़ावा मिलेगा। शिक्षकों की प्रशिक्षण की गुणवत्ता भी बेहतर होगी, इसका असर स्कूली शिक्षा में दिखेगा।
डायट के सीओई के रूप में विकसित होने से शिक्षक-प्रशिक्षण का दायरा और व्यापक होगा। उन्होंने बताया कि शेष पांच जिलों में भी डायट का काम आखिरी चरण में चल रहा है। इस तरह सभी जिलों में डायट से शिक्षण-प्रशिक्षण को बेहतर किया जाएगा।
ये 15 डायट दूसरे चरण में शामिल
गाजीपुर, बरेली, गौतमबुद्ध नगर, मथुरा, प्रतापगढ़, भदोही, आजमगढ़, उन्नाव, हाथरस, कानपुर नगर, सुल्तानपुर, फिरोजाबाद, श्रावस्ती, बागपत व कौशांबी के डायट शामिल हैं।