लखनऊ। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के द्विवार्षिक अधिवेशन में सरकारी विभागों व संस्थाओं में बढ़ते निजीकरण पर चिंता जताई। क्योंकि इससे कर्मचारियों का अस्तित्व खतरे में आ गया है। भर्तियां आउटसोर्स के माध्यम से हो रही हैं। आयोग द्वारा कुछ पदों पर चयन होता है, तब तक उतने ही कर्मचारी सेवानिवृत्ति हो जाते हैं। स्थिति जहां की वहां रह जाती है।
