Primary ka master: अंतरजनपदीय तबादले को शिक्षक पांच से 15 मई तक देंगे पारस्परिक सहमति
लखनऊ :परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों के जिले के बाहर और अंदर पारस्परिक स्थानांतरण के लिए सत्यापन की प्रक्रिया शुक्रवार से शुरू हो गई।
पिछले एक वर्ष से स्थानांतरण का इंतजार कर रहे परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों को बड़ी राहत मिल गई है। बीती 22 अप्रैल तक शिक्षकों से आनलाइन आवेदन लिए गए थे और 23 अप्रैल को आवेदन फार्म के प्रिंटआउट सभी जिलों के बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) कार्यालय में जमा कराए गए थे। बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव सुरेन्द्र कुमार तिवारी के मुताबिक एक से दूसरे जिले में यानी अंतरजनपदीय पारस्परिक स्थानांतरण के लिए आवेदन करने वाले शिक्षकों के आवेदनों की बीएसए द्वारा जांच शुक्रवार से शुरू की गई जो 28 अप्रैल तक चलेगी। 29 अप्रैल से तीन मई तक जिला स्तरीय कमेटी द्वारा इन आवेदनों की जांच की जाएगी। पांच मई से 15 मई तक अध्यापक अंतरजनपदीय पारस्परिक स्थानांतरण के लिए आपस में आनलाइन सहमति देंगे यानी वे अपना जोड़ा बना सकेंगे। शिक्षकों का आनलाइन स्थानांतरण
आदेश 20 मई को जारी किया जाएगा। ग्रीष्मावकाश यानी 20 मई से 15 जून तक इन्हें स्थानांतरित जिले के विद्यालय में कार्यभार संभालने के लिए कार्यमुक्त किया जाएगा।
उधर दूसरी ओर अंतः जनपदीय यानी जिले के भीतर ही एक विद्यालय से दूसरे विद्यालय में स्थानांतरण के लिए आवेदन करने वाले शिक्षकों के आवेदनों की जांच भी शुक्रवार से शुरू कर दी गई जो 28 अप्रैल तक चलेगा। जिला स्तरीय कमेटी द्वारा इसकी जांच 29 अप्रैल से तीन मई तक की जाएगी। अध्यापक आपसी सहमति से जिले के भीतर एक से दूसरे विद्यालय में पारस्परिक स्थानांतरण के लिए आनलाइन सहमति यानी वह 19 मई
से 31 मई तक जोड़ा बना सकेंगे। तीन जून को इनके स्थानांतरण का आदेश जारी होगा और ग्रीष्मावकाश में यह शिक्षक भी दूसरे विद्यालय में अपना कार्यभार संभालेंगे।
इससे विद्यालय खुलने पर पठन-पाठन प्रभावित नहीं होगा। बीते वर्ष पारस्परिक स्थानांतरण नहीं हो सके थे। उससे पूर्व शैक्षिक सत्र 2023-24 में हुए स्थानांतरण में 23,690 शिक्षकों का जिले के अंदर और 2,403 अध्यापकों का एक से दूसरे जिले में स्थानांतरण हुआ था।
शिक्षकों का एक प्राथमिक विद्यालय के सहायक अध्यापक से दूसरे प्राथमिक विद्यालय में सहायक अध्यापक के पद पर, एक प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक दूसरे प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक, उच्च प्राथमिक विद्यालय के सहायक अध्यापक से प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक और प्राथमिक विद्यालय का प्रधानाध्यापक उच्च प्राथमिक विद्यालय के सहायक अध्यापक के पद पर स्थानांतरित किया जा सकेगा।
शिक्षकों का विषय एक समान होना आवश्यक है। सभी जिलों में स्थानांतरण के लिए जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण केंद्र (डायट) के प्राचार्य की अध्यक्षता में कमेटी बनाई गई है। उप्र बीटीसी शिक्षक संघ के अध्यक्ष अनिल यादव का कहना है कि इससे शिक्षकों को बड़ी राहत मिलेगी।
लखनऊ :परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों के जिले के बाहर और अंदर पारस्परिक स्थानांतरण के लिए सत्यापन की प्रक्रिया शुक्रवार से शुरू हो गई।
पिछले एक वर्ष से स्थानांतरण का इंतजार कर रहे परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों को बड़ी राहत मिल गई है। बीती 22 अप्रैल तक शिक्षकों से आनलाइन आवेदन लिए गए थे और 23 अप्रैल को आवेदन फार्म के प्रिंटआउट सभी जिलों के बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) कार्यालय में जमा कराए गए थे। बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव सुरेन्द्र कुमार तिवारी के मुताबिक एक से दूसरे जिले में यानी अंतरजनपदीय पारस्परिक स्थानांतरण के लिए आवेदन करने वाले शिक्षकों के आवेदनों की बीएसए द्वारा जांच शुक्रवार से शुरू की गई जो 28 अप्रैल तक चलेगी। 29 अप्रैल से तीन मई तक जिला स्तरीय कमेटी द्वारा इन आवेदनों की जांच की जाएगी। पांच मई से 15 मई तक अध्यापक अंतरजनपदीय पारस्परिक स्थानांतरण के लिए आपस में आनलाइन सहमति देंगे यानी वे अपना जोड़ा बना सकेंगे। शिक्षकों का आनलाइन स्थानांतरण
- बेसिक शिक्षा विभाग बरेली एवं मिशन शिक्षण संवाद द्वारा एक दिवसीय राज्य स्तरीय प्रकृति मित्र शिक्षक सम्मान समारोह में प्रतिभागियों द्वारा प्रतिभाग कराये जाने के सम्बन्ध में।
- एन0बी0टी0 नई दिल्ली एवं सी0आई0आई0एल0 मैसूर के माध्यम से समग्र शिक्षा योजनान्तर्गत परिषदीय विद्यालयों के पुस्तकालयों हेतु क्रय की जाने वाली पुस्तकों के सम्बन्ध में।
- वित्तीय वर्ष 2025-26 खेल कूद सामग्री क्रय हेतु दिशा निर्देश विषयक
- परिषदीय प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में अवस्थापना सुविधाओं के विकास मद के अन्तर्गत विद्युतीकरण आदि सम्बन्धी कार्य हेतु वित्तीय वर्ष 2023-24 में आंवटित की गयी धनराशि के सापेक्ष उपभोग प्रमाण-पत्र उपलब्ध कराये जाने के सम्बन्ध में।
- Updatemart : 30 जून तक विद्यालयों में शिक्षकों के लिए भी अवकाश घोषित करने की मांग को लेकर विधायक ने लिखा सीएम को पत्र
आदेश 20 मई को जारी किया जाएगा। ग्रीष्मावकाश यानी 20 मई से 15 जून तक इन्हें स्थानांतरित जिले के विद्यालय में कार्यभार संभालने के लिए कार्यमुक्त किया जाएगा।

उधर दूसरी ओर अंतः जनपदीय यानी जिले के भीतर ही एक विद्यालय से दूसरे विद्यालय में स्थानांतरण के लिए आवेदन करने वाले शिक्षकों के आवेदनों की जांच भी शुक्रवार से शुरू कर दी गई जो 28 अप्रैल तक चलेगा। जिला स्तरीय कमेटी द्वारा इसकी जांच 29 अप्रैल से तीन मई तक की जाएगी। अध्यापक आपसी सहमति से जिले के भीतर एक से दूसरे विद्यालय में पारस्परिक स्थानांतरण के लिए आनलाइन सहमति यानी वह 19 मई
से 31 मई तक जोड़ा बना सकेंगे। तीन जून को इनके स्थानांतरण का आदेश जारी होगा और ग्रीष्मावकाश में यह शिक्षक भी दूसरे विद्यालय में अपना कार्यभार संभालेंगे।
इससे विद्यालय खुलने पर पठन-पाठन प्रभावित नहीं होगा। बीते वर्ष पारस्परिक स्थानांतरण नहीं हो सके थे। उससे पूर्व शैक्षिक सत्र 2023-24 में हुए स्थानांतरण में 23,690 शिक्षकों का जिले के अंदर और 2,403 अध्यापकों का एक से दूसरे जिले में स्थानांतरण हुआ था।
शिक्षकों का एक प्राथमिक विद्यालय के सहायक अध्यापक से दूसरे प्राथमिक विद्यालय में सहायक अध्यापक के पद पर, एक प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक दूसरे प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक, उच्च प्राथमिक विद्यालय के सहायक अध्यापक से प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक और प्राथमिक विद्यालय का प्रधानाध्यापक उच्च प्राथमिक विद्यालय के सहायक अध्यापक के पद पर स्थानांतरित किया जा सकेगा।
शिक्षकों का विषय एक समान होना आवश्यक है। सभी जिलों में स्थानांतरण के लिए जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण केंद्र (डायट) के प्राचार्य की अध्यक्षता में कमेटी बनाई गई है। उप्र बीटीसी शिक्षक संघ के अध्यक्ष अनिल यादव का कहना है कि इससे शिक्षकों को बड़ी राहत मिलेगी।