लखनऊ। संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की सिविल सेवा परीक्षा-2024 के फाइनल रिजल्ट में मुख्यमंत्री अभ्युदय कोचिंग योजना के तहत पढ़ाई करने वाले 13 मेधावी छात्र-छात्राओं ने सफलता प्राप्त की है।

समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित इस योजना के तहत छात्रों को उच्च गुणवत्ता की कोचिंग निशुल्क दी जाती है। प्रदेश के सभी जिलों में अभ्युदय कोचिंग के 166 केंद्र संचालित हैं। इन केंद्रों में पढ़ाई कर शगुन कुमार ने सिविल सेवा परीक्षा में 100वीं रैंक हासिल की है। उन्होंने हापुड़ सेंटर में पढ़ाई की जबकि मयंक बाजपेई (सीतापुर) को 149वीं रैंक मिली। आयुष जायसवाल (बरेली) ने 178वीं और अदिति दुबे (लखनऊ) ने 180 वीं रैंक के साथ सफलता अर्जित की। सौम्या शर्मा (प्रतापगढ़) ने 218वीं रैंक, प्रतीक मिश्रा (प्रयागराज) ने 234वीं और आंचल आनंद (गौतमबुद्ध नगर) ने 399वीं रैंक प्राप्त कर प्रदेश का नाम रोशन किया। इसके अलावा अश्वनी शुक्ला (जालौन)
लखनऊ सेंटर से चार व प्रयागराज से दो अभ्यर्थियों ने हासिल की सफलता
ने 423वीं, उदित कुमार सिंह (प्रयागराज) ने 668वीं, दिशा द्विवेदी (लखनऊ) ने 672वीं, मनीष कुमार (लखनऊ) ने 748वीं, हिमांशु मोहन (अयोध्या) ने 821वीं और नैन्सी सिंह (लखनऊ) ने 970वीं रैंक प्राप्त की।
समाज कल्याण राज्यमंत्री असीम अरुण से बताया कि योगी सरकार गरीब व वंचित वर्ग के प्रतिभाशाली बच्चों को आगे बढ़ाने के लिए प्रयासरत है। मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना उसी का परिणाम है। उन्होंने यूपीएससी सिविल सर्विसेज में सफल सभी अभ्यर्थियों को शुभकामनाएं देते हुए बताया कि अभ्युदय योजना के तहत संचालित कोचिंग केंद्रों में 280 अभ्यर्थी पीसीएस मेंस की परीक्षा देने की तैयारी कर रहे हैं। समाज कल्याण विभाग के निदेशक कुमार प्रशांत ने कहा कि अभ्युदय कोचिंग योजना का उद्देश्य है कि प्रदेश के दूर-दराज और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के प्रतिभाशाली युवाओं को भी वही अवसर मिले जो बड़े शहरों में उपलब्ध होते हैं।