उत्तर प्रदेश शिक्षा निदेशालय के मुख्य भवन में रविवार सुबह अज्ञात कारणों से आग लग गई। तीन कमरों में लगी आग में अशासकीय माध्यमिक विद्यालयों से जुड़ी लगभग पांच हजार से अधिक फाइलें जलकर नष्ट हो गईं। अग्निशमन कर्मचारियों ने तीन घंटे के प्रयास के बाद आग पर काबू किया। सहायक उप शिक्षा निदेशक अनुराग श्रीवास्तव ने सिविल लाइंस थाने में तहरीर देकर आग लगने के कारणों की जांच करने की मांग की है।

सिविल लाइंस स्थित शिक्षा निदेशालय के मुख्य भवन के भूतल पर स्थित सामान्य (1) के प्रथम व द्वितीय प्रभाग में रविवार सुबह लगभग आठ बजे आग की लपटें व धुआं निकलता दिखा। गार्ड प्रियांशु यादव ने तत्काल फार्म सहायक मोहम्मद सैफी को जानकारी दी। फार्म सहायक की सूचना पर थोड़ी देर में फायर ब्रिगेड पहुंच गई। हालांकि तब तक आग बगल में स्थित केंद्रीय रसीद अनुभाग व लेखा अनुभाग (उच्च शिक्षा) तक फैल गई। सूचना पर विभागीय अधिकारी व कर्मचारी और सिविल लाइंस पुलिस भी पहुंच गई।
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दो दमकल की मदद से अग्निशमनकर्मियों ने तीन घंटे में आग पर काबू किया हालांकि तब तक सामान्य प्रभाग में लगभग पांच हजार से अधिक फाइलें पूरी तरह नष्ट हो गई। इसमें अशासकीय माध्यमिक विद्यालयों की नियुक्ति, वेतन भुगतान, स्थानांतरण, प्रबंधकीय विवाद व लंबित मुकदमों की महत्वपूर्ण फाइलें शामिल थीं। वहीं केंद्रीय रसद व लेखा विभाग में भी रखी सैकड़ों फाइलें आग की भेंट चढ़ गई। एडीसीपी अभिजीत कुमार ने बताया कि शिक्षा निदेशालय के मुख्य भवन में लगी आग को अग्निशमन विभाग ने काबू कर लिया है। विभाग की तहरीर के आधार पर पुलिस मामले की जांच कर रही है।
घटना की जांच के लिए समिति गठित
अपर शिक्षा निदेशक माध्यमिक सुरेंद्र तिवारी ने बताया कि प्रथम दृष्टया आग लगने का मुख्य कारण शॉर्ट सर्किट माना जा रहा है। हालांकि घटना के हर पहलू की गहनता से जांच करने के लिए सचिव माध्यमिक शिक्षा विभाग की अध्यक्षता में जांच समिति गठित कर दी गई है। समिति में एडीएम सिटी और सीएफओ को भी शामिल किया गया है। घटना की गहराई से जांच करने और आवश्यक कदम उठाने के लिए पुलिस को भी तहरीर दी गई है।