1. समर्पित रीडिंग कॉर्नर के साथ लाइब्रेरी सुविधा 2. भाषा प्रयोगशाला समाधान के साथ कंप्यूटर लैब 3. गणित और विज्ञान की मॉड्यूलर कंपोजिट प्रयोगशाला 4. इंटरैक्टिव डिस्प्ले स्मार्ट बोर्ड से हाईटेक स्मार्ट क्लास
प्रयागराज, अयोध्या और गाजियाबाद समेत 10 जिलों में मंजूरी, पहले चरण में 6.92 करोड़ का बजट जारी, जल्द होगा काम
स्टेज और ओपेन जिम होगा

- यूपी कैबिनेट के फैसले: एडेड विद्यालयों के शिक्षकों का मानदेय बढ़ा, मृतक आश्रितों की नियुक्ति पर लगी रोक हटी
- स्कूल समय परिवर्तन के समय में बीएसए कुशीनगर का आदेश भी हुआ जारी
- राज्य सरकार के सिविल/पारिवारिक पेंशनरों को महँगाई राहत (55%) की स्वीकृति
- उत्तर प्रदेश में 1 मिलियन नागरिकों हेतु एआई (AI) कौशल विकास कार्यक्रम के सम्बन्ध में।
- विद्यालयों में भीषण गर्मी एवं लू (हीट-वेव) से बच्चों को बचाये जाने सम्बन्धी दिशा-निर्देश।
सांस्कृतिक और खेल गतिविधियों के लिए पर्याप्त स्थल व स्पोर्ट्स ग्राउंड की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। ग्राउंड (खुली जगह) में एक स्थायी स्टेज के साथ झंडा फहराने के लिए एवं बच्चों के परेड मार्च के लिए समुचित स्थान की व्यवस्था के साथ बच्चों के खेलकूद के लिए विभिन्न प्रकार के झूलों और ओपेन जिम की व्यवस्था की जाएगी। प्रत्येक कक्षा-कक्ष में बच्चों के पठन-पाठन के लिए उनकी कक्षा वर्ग एवं उम्र के अनुसार फर्नीचर (डेस्क-बेंच) की व्यवस्था की जाएगी।
प्रयागराज, । प्रदेश के 10 जिलों में 11.54 करोड़ से मुख्यमंत्री अभ्युदय कंपोजिट विद्यालय बनेंगे। वित्तीय वर्ष 2024-25 के अंतिम दिन 31 मार्च को प्रयागराज समेत गाजियाबाद, सिद्धार्थनगर, ललितपुर, झांसी, जालौन, अयोध्या, सुल्तानपुर, अम्बेडकरनगर और मिर्जापुर के लिए प्रथम किश्त के रूप में 60 प्रतिशत (6.92 करोड़) रुपये जारी कर दिए गए। प्रयागराज के सोरांव में कंपोजिट विद्यालय शिवगढ़ प्रथम को अभ्युदय विद्यालय के रूप में उच्चीकृत किया जाएगा। इसके लिए कुल 1.29 करोड़ मंजूर हुए हैं, जिसमें से 77.47 लाख रुपये जारी हो गए हैं।
बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रवीण कुमार तिवारी ने बताया कि इन स्कूलों में आधुनिक अवस्थापना सुविधाओं के साथ प्रति कक्षा वर्ग के लिए अलग एवं लगभग 450 छात्र-छात्राओं के लिए समर्पित कक्षा-कक्ष की उपलब्धता के साथ बच्चों के सर्वांगीण बौद्धिक विकास, उच्च गुणवत्ता की शिक्षा एवं बेहतर शैक्षणिक परिवेश के लिए पूर्व से निर्मित समस्त कक्षा-कक्षों का सुदृढ़ीकरण किया जाएगा। प्रस्तावित भवन का निर्माण भूकंपरोधी तकनीक को ध्यान में रखते हुए किया जाएगा। विद्यालयों में विभिन्न प्रकार के सुरक्षा उपकरणों एवं अग्निशमन यंत्रों को भी लगाया जाएगा।
इन स्कूलों में मध्याह्न भोजन योजना के तहत बच्चों को सम्मान के साथ स्वस्थ एवं स्वच्छ भोजन ग्रहण करने की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए मिड-डे-मील शेड, रसोईघर, किचेन गार्डन, भंडार गृह, मल्टीपल हैंडवाशिंग यूनिट, डिश वॉश यूनिट एवं यूटिलिटी यार्ड की व्यवस्था की जाएगी।