राजधानी सहित प्रदेश के सभी मदरसों में नए शैक्षिक सत्र 2025-26 से राष्ट्रीय शैक्षिक व अनुसंधान प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) की तर्ज पर पाठ्यक्रम लागू कर दिया गया है। मदरसों में पढ़ने वाले बच्चों को इसी सत्र से कक्षा एक से तीन तक एनसीईआरटी की किताबें दी जाएंगी। इस संबंध में मदरसा शिक्षा परिषद की ओर से आदेश जारी कर दिया गया है।

- समर कैम्प के आयोजन के सम्बन्ध में 🙏 समस्त प्राचार्य डायट, AD BASIC, BSA, BEO एवं DCT कृपया ध्यान दें-
- परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों में 69000 सहायक अध्यापक भर्ती अन्तर्गत नियुक्त अभ्यर्थियों सम्बन्ध में।
- जनसुनवाई समाधान प्रणाली की मासिक रैंकिंग (माह मार्च, 2025) के संबंध में।
- मानव सम्पदा पोर्टल पर विभागान्तर्गत कार्यालयों /स्वायतशासी संस्थाओं /निगमों के समस्त नियमित कार्मिकों का पंजीकरण कराए जाने के सम्बन्ध में।
- कार्मिकों के विरूद्ध संस्थित विभागीय जांच/अभियोजन /सतर्कता जांच का विवरण मानव सम्पदा पोर्टल पर दर्ज कराए जाने के सम्बन्ध में।
सभी मदरसों में बेसिक शिक्षा परिषद की तर्ज पर इस साल से बच्चों को एनसीईआरटी की किताबें प्रदान की जाएंगी। इस संबंध में मदरसा बोर्ड की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि बेसिक शिक्षा विभाग अपने स्कूलों में चरणबद्ध तरीके से एनसीईआरटी का पाठ्यक्रम लागू कर रहा है। इसी तरह, प्रदेश के मान्यता प्राप्त राज्य अनुदानित मदरसों में भी चरणबद्ध तरीके से एनसीईआरटी का पाठ्यक्रम लागू किया गया है।
यह है उद्देश्य
मदरसों में एनसीईआरटी पाठ्यक्रम लागू करने का उद्देश्य राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत प्राथमिक स्तर की शिक्षा में एकरूपता लाना है।
मदरसों में लागू होगी व्यवस्था
शैक्षिक सत्र 2023-24 से बेसिक शिक्षा की तरह मदरसों में कक्षा एक से आठ तक एससीईआरटी का पाठ्यक्रम लागू है। अब जिस तरह सरकारी स्कूलों में कक्षा एक से तीन तक एनसीईआरटी का पाठ्यक्रम लागू किया गया है, वही व्यवस्था मदरसों में भी लागू की जा रही है।
– आरपी सिंह, रजिस्ट्रार